मुख्य बाजार समेत गली-मुहल्लों में मुस्लिम वर्ग ने बंद रखीं दुकानें दस जिलों की पुलिस की मौजूदगी में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में हुई नमाज


वाराणसी (ब्यूरो)ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने में पूजा-पाठ की अनुमति का आदेश आते ही बनारस में तनावपूर्ण शांति दिख रही है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान अनहोनी की आशंका के मद्देनजर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सुबह से चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स मुस्तैद थी। 10 से 11 के बीच दालमंडी, हड़हा सराय, मदनपुरा, पीलीकोठी, जैतपुरा, बजरडीहा, बड़ी बाजार, लोहता समेत मुस्लिम इलाकों में दुकानों को शटर नहीं उठा तो पुलिस प्रशासन की बेचैनी बढ़ गई। साथ ही कई इलाकों से सन्नाटा जैसी तस्वीरें सामने आ रही थीं, लेकिन इधर विश्वनाथ धाम गेट नंबर-चार के पास भीड़ जुटने लगी थी। इसे देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी। शहर में जगह-जगह ड्रोन उड़ाकर निगरानी शुरू कर दी है। ज्ञानवापी समेत शहर से गांव तक मस्जिदों के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई। इसी बीच शहर में तरह-तरह की अफवाहें भी तैर रही थीं। पूरा शहर में टेंशन में था। दोपहर एक से दो बजे के बीच जुमे की नमाज शांतिपूर्ण सम्पन्न होते ही एक बार फिर शहर अपने मस्त अंदाज में लौट आया। हालांकि शाम तक मुस्लिम इलाकों में दुकानें बंद होने की वजह से तनावपूर्ण शांति बनी है.

पुराने रिकार्ड भी टूट गए

जुमे की नमाज को लेकर वाराणसी में सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौबंद रही। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती के साथ फ्लैग मार्च भी किया गया। वहीं, मुस्लिम बाहुल्य इलाके में भारी संखा में पुलिस फोर्स तैनात रही। सुबह से ही वाराणसी और आसपास के जिलों में हाई अलर्ट रहा। इधर, ज्ञानवापी में नमाजियों के पुराने रिकॉर्ड टूट गए। शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए पहुंचे करीब 2000 नमाजियों की संख्या रही। नमाज के बाद करीब 45 मिनट तकरीर चली। तकरीर में मुल्क में अमन और भाईचारे का संदेश दिया गया। ज्ञानवापी तहखाने पर आए फैसले पर तकरीर में कोई चर्चा नहीं हुई। तकरीर के दौरान देश के लोकतंत्र पर चर्चा हुई। इशारे में कहा कि देश मे लोकतंत्र कमजोर हो रहा है.

अभी तक पांच ही आते थे

आम दिनों में लगभग सौ और जुमा के दिन लगभग पांच सौ नमाजी इसमें आते हैं, लेकिन शुक्रवार को ज्ञानवापी में नमाज के लिए आने वालों की भीड़ अधिक थी। नमाज खत्म होने के बाद नमाजियों के निकलने के सिलसिला शुरू हुआ तो पुलिस के जवानों ने ज्ञानवापी से लेकर मणिकर्णिका द्वार चौक तक एक लेन बना दी। इनके बीच ही नमाजियों को गुजारा जा रहा था। इस लेन में अन्य लोगों को नहीं आने दिया जा रहा था।

भीड़ को अंदर जाने से रोका गया

जुमे की नमाज को लेकर ज्ञानवापी नमाजियों से पूरी तरह फुल हो गई थी। ऐसे में नमाजियों को काशी विश्वनाध धाम के गेट नंबर चार पर रोका गया। पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों से यह बोलकर रोका गया कि अंदर बहुत ज्यादा लोगों की भीड़ हो गई है। लोगों से कहा गया कि शहर के अन्य मस्जिदों में नमाज अदा करें। जुमे की नमाज के मद्देनजर प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। नमाज अदा करने जाते वक्त अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने शांति बनाए रखने को लेकर अपील की। उन्होंने कहा कि हमें कोई नाराजगी नहीं है। ज्ञानवापी मस्जिद व आसपास के क्षेत्रों में भारी पुलिसबल तैनात किए गए हैं। नमाज खत्म होने के बाद दालमंडी में कुछ युवकों की नारेबाजी से थोड़ी देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हुआ, लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़कर स्थिति को संभाला लिया।

दस जिलों से आई थी फोर्स

बनारस में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने पूर्वांचल के दस जिलों की पुलिस फोर्स मंगा ली थी। गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र आदि जिलों की पुलिस शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के मस्जिदों के बाहर तैनात थी। इसके अलावा इसके अलावा थानावार पुलिस भी अपने क्षेत्र में शहर से शाम तक फोर्स के साथ फ्लैग मार्च करती रही। इसके अलावा सीपी समेत सभी आला अधिकारी ज्ञानवापी से लेकर पूरे शहर में दिनभर चक्रमण करते रहे। कंट्रोल रूम और एलआईयू से फीड बैक भी लेते रहे.

Posted By: Inextlive