-खतरे के निशान से कुछ ही दूर है गंगा का पानी, दो सेमी प्रति घंटे से बढ़ रहा जलस्तर

-वरुणा के पानी ने हजारों को किया बेघर

गंगा और वरुणा नदी ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। गंगा ने भी घाट किनारे रहने वालों को अपना आशियाना छोड़ने को मजबूर कर दिया है। वहीं रिहायसी इलाकों में पहुंचे वरुणा नदी के पानी ने हजारों को बेघर कर दिया है। उफनाई गंगा रविवार की दोपहर में ही चेतावनी बिंदू 70.26 को क्रास करते हुए रात आठ बजे के बाद 70.46 लेवल पर पहुंच गई। दो सेमी प्रति घंटे से बढ़ रहे गंगा के जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया। आनन-फानन में एनडीआरएफ सहित जल पुलिस को एलर्ट किया गया। खतरे के निशान 71.26 को छूने को बेताब गंगा से किनारे वाले सहम गए हैं। नौकाओं को हटाने के साथ ही सुरक्षित ठिकानों की ओर बढ़ गए हैं।

बढ़ रहा डर

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बनारस में गंगा का पानी रविवार को दोपहर 12 बजे ही चेतावनी बिंदु 70.26 को छू गया था। एलर्ट प्वाइंट के क्रास होते ही प्रशासनिक हमले में हड़कंप मच गया। रात आठ बजे तक 70.46 जलस्तर पहुंच गया। खतरे का निशान 1978 के मुताबिक 71.26 और हाईएस्ट 73.90 सेमी नोट किया गया है। महज कुछ ही सेमी खतरे का निशान गंगा के पानी से दूर है। इधर, गंगा घाटों के किनारे लगभग ढाई हजार से अधिक छोटे-बड़े नाव को सुरक्षित रखने में नाविकों के पसीने छूट रहे हैं। आफत जैसी स्थिति में नाविक दिन-रात काट रहे हैं।

नौका संचालन पर रोक

उफनाती गंगा-वरुणा के तेज प्रवाह पर जिला प्रशासन की निगाहें टिक गई हैं। बाढ़ की चपेट में आये इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट कराया गया है। गंगा में जहां नौका संचालन पर रोक लगा दी गई है। वहीं नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया गया है। एनडीआरएफ की तीन टीमें घाटों पर बोट से चक्रमण कर रही हैं। जबकि इमरजेंसी के लिए 12 टीमें रिजर्व रखी गई हैं।

एक नजर

70.26

है गंगा का चेतावनी बिंदु

70.46

है मौजूदा में गंगा का जलस्तर

02

सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है गंगा

71.26

है खतरे का चिन्ह 1978 के मुताबिक

73.90

हाईएस्ट नोट किया गया है

Posted By: Inextlive