-पर्यटन मंत्री ने गांधी शिल्प बाजार का किया शुभारंभ

VARANASI(9 Nov):

पर्यटन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ। नीलकंठ तिवारी ने कहा कि काशी शिल्पकारी का बड़ा केंद्र है। बनारसी साड़ी, मीनाकारी, पीतल एवं लकड़ी के सामान आदि काशी के अमूल्य धरोहर हैं। सरकार द्वारा जिलों के प्रमुख उत्पादों को प्रमोट करने को 'एक जनपद एक उत्पाद' योजना लागू की गई है। काशी गंगा महोत्सव पर आयोजित 10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार में देश के कोने-कोने से शिल्पकार अपने उत्पादों को लेकर आते हैं। यह बाजार उत्पादों को बेचने का एक अच्छा प्लेटफार्म है। उन्होंने भरोसा जताया कि गांधी शिल्प बाजार पिछले साल के अपने दो करोड़ से अधिक बिक्री के रिकॉर्ड को इस बार तोड़ देगा।

कई राज्यों से अाए शिल्पी

गांधी शिल्प बाजार में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, झारखंड, आसाम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मणिपुर, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु एवं जम्मू कश्मीर सहित 18 प्रदेशों के 375 अनेक पुरस्कार प्राप्त शिल्पी आए हैं। बाजार में इस बार मिट्टी के बर्तन जिनमें मिट्टी के कुकर, रोटी बनाने के तावे एवं खाना बनाने की अन्य मिट्टी के बर्तन आकर्षण के केंद्र हैं। इसके अलावा धातु शिल्प, पैच वर्क, इंब्रायड्री, चर्म शिल्प, जरी क्रॉफ्ट, जूट क्रॉफ्ट, वुड कार्विंग, ज्वेलरी एवं हैंड प्रिंटेड व‌र्क्स की सामग्री भी लोगों को लुभा रही है। पर्यटन मंत्री ने बाजार घूमने के दौरान 500 रुपये की एक सदरी भी खरीदी।

Posted By: Inextlive