56 ङ्क्षक्वटल गांजा की तस्करी के मामले में साल भर से था वांछित राजस्व आसूचना निदेशालय की स्थानीय इकाई ने की कार्रवाई

वाराणसी (ब्यूरो)पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में गांजा की तस्करी कराने वाले गिरोह के सरगना अजय कुमार ङ्क्षसह उर्फ पप्पू को राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआइ) की स्थानीय इकाई ने छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ्तार किया। जौनपुर के सतहरिया निवासी सरगना को ट्रांजिट रिमांड पर वाराणसी लाकर बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। डीआरआइ टीम पिछले कई माह से गांजा तस्करी गिरोह के सरगना की तलाश में थी.

पीछे लगी थी टीम

पिछले साल जनवरी 2021 में 40 ङ्क्षक्वटल और 16 ङ्क्षक्वटल गांजा की खेप पकड़ी गई थी तो उस समय पप्पू ङ्क्षसह का नाम सरगना के तौर पर सामने आया था। उस दौरान गिरफ्तार चार आरोपितों से हुई पूछताछ के बाद डीआरआइ की टीम पप्पू के पीछे लगी हुई थी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लोकेशन मिलने के बाद टीम ने दबिश देकर गिरफ्तार किया.

जारी था गैर जमानती वारंट

डीआरआइ अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार अजय ङ्क्षसह पप्पू पूर्वांचल का सबसे बड़ा गांजा तस्कर है। वह वर्ष 2010 में सिविल लाइंस प्रयागराज में गांजे की तस्करी में गिरफ्तार हुआ था। लगभग एक साल जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा होकर बाहर आया और फिर से गांजा की तस्करी में लिप्त हो गया। तब से लेकर अब तक गांजा तस्करी के कई मामलों में उसका नाम आया था, लेकिन अपने रसूख के चलते वह बचता आ रहा था। इस प्रकरण में उसके खिलाफ परिवाद पहले ही दाखिल किया जा चुका था और अदालत से गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ था, लेकिन पुलिस उसे नहीं खोज पा रही थी। उसने उत्तर प्रदेश के बाहर शरण ले रखा था.

तस्कर भेजे जा चुके जेल

डीआरआइ अधिकारियों का दावा है कि गांजा तस्करी प्रकरण में कार्रवाई लगातार जारी है। बलिया के रहने वाले तस्कर रामप्रवेश यादव को दिसंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया। वहीं एक अन्य मामले में मीरजापुर के रहने वाले विनोद कुमार पांडेय को भी डीआरआइ ने पिछले माह ही दबोचा, जो अक्टूबर 2019 में जब्त किए गए 12 ङ्क्षक्वटल गांजा के मुकदमे में फरार था.

Posted By: Inextlive