- एक साल से चल रहा एक किमी में सीवर लाइन बिछाने का काम

-लहुराबीर से कबीरचौरा हॉस्पिटल रोड 24 घंटे रहता है जाम

लहुराबीर-मैदागिन मार्ग को शहर की जीवन रेखा कही जाती है। क्योंकि इसी रोड पर कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल है। शहर में कोई दुर्घटना या हादसा होता है तो घायल को सबसे पहले कबीरचौरा ही लाया जाता है, लेकिन एक किमी का सफर तयकरने के लिए कभी आधा, कभी एक या तो कभी-कभी घंटों लग जाते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है, आइए हम बताते हैं

बनारस शहर का सबसे व्यस्त लहुराबीर से मैदागिन मार्ग है। इसी मार्ग पर संगीत घराना, कबीरचौरा अस्पताल, कबीर मठ, मॉडल स्कूल, गोलादीना किराना बाजार, साइकिल बाजार, इलेक्ट्रिक मार्केट, दवा मार्केट, लोहटिया बाजार के अलावा फेमस गलियों, कालभैरा मंदिर, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर भी हैं, इन जगहों पर हर दिन पांच लाख से अधिक लोग आते हैं। इतनी बड़ी संख्या और गहरी सीवर लाइन का कार्य होने के चलते 24 घंटे इस मार्ग पर जाम की स्थिति रहती है। बाइक से पांच मिनट का रास्ता है, लेकिन आधे से एक घंटे लग जाता है। कार से जाने में कितना समय लगेगा, यह कहना मुश्किल है। यही वजह है कि इस रास्ते से जाने के लिए कार वाले 10 बार सोचते हैं या भगवान भरोसे ही सफर तय करते हैं।

नौ महीने से चल रहा काम

लहुराबीर से कबीरचौरा तक करीब एक किमी तक गहरी सीवर लाइन डाली जा रही है। यह काम पिछले अक्टूबर महीने से कार्यदायी संस्था गंगा प्रदूषण इकाई बोर्ड एवं जल निगम की देखरेख में चल रहा है। नौ महीने पूरे हो गए, लेकिन अभी तक 60 फीसद ही काम पूरा हो गया है। हालांकि 10.62 करोड़ की लागत वाले कार्य को नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। मौके पर मौजूद ठेकेदार ने बताया कि नवंबर तक कार्य पूरा होना संभव नहीं है।

पानी आने से काम हो रहा प्रभावित

लहुराबीर से कबीरचौरा मार्ग पर करीब 40 फीट गहरी सीवर लाइन डाली जा रही है। खुदाई के चलते लाइन में पानी आ रहा है। ठेकेदार के अनुसार बारिश के अलावा नींव से भी पानी आ रहा है। इसके चलते काम प्रभावित हो रहा है। ऐसे में समय पर काम पूरा होना संभव नहीं है। बावजूद नवंबर तक काम पूरा करने का प्रयास है।

वन-वे होने से लगता है जाम

गहरी सीवर लाइन का कार्य होने से लहुराबीर से कबीरचौरा तक मार्ग को वन-वे कर दिया गया है। यानी लहुराबीर से कबीरचौरा जाने वाला रास्ता चालू है, लेकिन उधर से आने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है। काल भैरो, विश्वनाथ मंदिर, विशेश्वरगंज मंडी, किराना मार्केट, दवा की दुकानें, इलेक्ट्रिक मार्केट और घनी आबादी के चलते इस मार्ग पर दिनभर जाम लग रहता है।

कालभैरव और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का है रास्ता

कैंट स्टेशन या बाबतपुर एयरपोर्ट आने वाले पर्यटक को अगर कालभैरव और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर जाना होगा तो उसे लहुराबीर-कबीरचौरा मार्ग से होकर मैदागिन जाना होगा। मैदागिन चौराहे से 200 मीटर की दूरी पर भैरोनाथ के पास बाबा कालभैरव का मंदिर है, जिन्हें शहर का कोतवाल कहां जाता है। इनके दर्शन से ही काशी यात्रा सफल होता है। मैदागिन से करीब आठ सौ मीटर पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर है।

जाम से बचने के लिए 8 किमी का लंबा सफर

लहुराबीर-कबीरचौरा मार्ग के अलावा कार से कालभैरव का मंदिर जाने के लिए चौकाघाट, अलईपुरा, गोलगड्डा और विशेश्वरगंज से होकर भैरोनाथ स्थित कालभैरो मंदिर पहुंचा जा सकता है, लेकिन इस दूरी को तय करने के लिए 8 किलोमीटर तक लंबा सफर करना होगा।

दुकानदारी हो गई चौपट

लहुराबीर से कबीरचौरा तक वन-वे होने से बाएं साइट वाली रोड चालू है, लेकिन दाएं साइट वाला रास्ता बंद कर दिया गया है। बंद साइट वाले हिस्से में कबीर चौरा से लेकर लहुराबीर तक सौ से अधिक दुकानें हैं, जिसमें फेमस मिठाई, चाट, स्टोर, मेडिकल स्टोर भी शामिल हैं। रास्ता बंद होने से इन शॉप की दुकानदारी चौपट हो गई है। कोरोना काल के बाद गहरी सीवर लाइन निर्माण की मार से सभी दुकानदार परेशान हैं।

Posted By: Inextlive