- काशी विद्यापीठ शिक्षा शास्त्र विभाग के छात्रों को मिली राहत

- प्रायोगिक परीक्षा के फेर में फंसा बीएड व एमएड का रिजल्ट

- बीकाम व एमकाम में ऑफलाइन मौखिक परीक्षा का प्रस्ताव खारिज

प्रायोगिक परीक्षा के फेर में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के बीएड प्रथम व तृतीय सेमेस्टर तथा एमएड तृतीय व चतुर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट फंसा हुआ है। इसे देखते हुए परीक्षा समिति ने प्रायोगिक परीक्षा कराने की हरी झंडी दे दी है। परीक्षा समिति के इस फैसले से शिक्षा शास्त्र विभाग के छात्रों को राहत मिल गई।

कुलपति प्रो। आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में बीकाम तृतीय खंड व एमकाम प्रथम व चतुर्थ खंड की मौखिक परीक्षा ऑफलाइन कराने का प्रस्ताव खारिज हो गया। वहीं एमपीएड में पहले की भांति 70 अंक की लिखित परीक्षा व 30 अंक का सेशनल कराने की परीक्षा समिति ने संस्तुति कर दी है। इसके पीछे विद्या परिषद व कार्य परिषद ने सेशनल समाप्त करने की स्वीकृति अब तक नहीं दी है।

कुलपति को अधिकृत कर दिया

स्ववित्तपोषित विधि महाविद्यालयों ने एलएलबी की मौखिक परीक्षा में दो परीक्षक के स्थान पर अनुदानित कॉलेजों की भांति एक परीक्षा भेजने का अनुरोध किया था। परीक्षा समिति ने इसे भी खारिज कर दिया, जबकि एलएलबी तृतीय सेमेस्टर में पुनर्मूल्यांकन के छात्रों की मांग पर परीक्षा समिति ने कुलपति को अधिकृत कर दिया। इससे पहले कुलपति की अध्यक्षता में प्रवेश समिति की हुई बैठक बीम्यूज, एमम्यूज में दाखिले के लिए ऑफलाइन प्रायोगिक परीक्षा कराने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई। बैठक में कुलसचिव डॉ। सुनीता पांडेय व अन्य सदस्य मौजूद थे।

Posted By: Inextlive