डॉक्टर बोले ब्रेन को चोट पहुंचती है तो गड़बड़ा जाता है बॉडी का फंक्शन हेलमेट नहीं लगाने पर होने वाले हादसे में ब्रेन का अंदरुनी हिस्सा डैमेज होने का खतरा

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में यातायात नियमों की अनदेखी या उल्लंघन करने वालों की तादात बहुत अधिक है। हेलमेट नहीं लगाना किसी के फैशन के खिलाफ है तो कोई काम चलाऊ हेलमेट लगाकर सफर करता हुआ दिखता है। ऐसेे में पब्लिक को समझना चाहिए कि यातायात नियमों के नहीं मानने और क्वालिटी का हेलमेट नहीं लगाने से आपका ही नुकसान है। सड़क हादसों में गंभीर रूप से घायल और कई केसेज में पेशेंट कोमा तक में चला जाता है। लिहाजा, वाराणसी ट्रैफिक पुलिस और डॉक्टर, बाइक चालकों को रोड पर चलने के दौरान हेलमेट पहनने की अपील करते हैैं। रिसर्च में यह दावा किया जाता है कि हेलमेट पहना व्यक्ति रोड हादसों में बगैर हेलमेट पहने चालक से सेफ कंडीशन में रहता है। सिर और मुंह पर गंभीर चोटें आती है। इनका इलाज मुश्किल होता है.

हेलमेट से कई लेयर प्रोटेक्शन

बाइक ड्राइव करते समय हेलमेट अवश्य पहनें। हेलमेट नहीं रहने से एक्सीडेंट के दौरान बाइक चालक जब रोड पर गिरता है तो सिर में गंभीर चोट आती है। क्योंकि प्रोटेक्शन की कोई लेयर नहीं होती है। एक्सीडेंट के दौरान हेलमेट डायरेक्ट इंजरी से सेफ रखता है। ब्रेन की चोट सबसे घातक होती है। हेलमेट पहनने से सर्वाइकल स्पाइन इंजरी होने का खतरा कम व रीढ़ की हड्डी में फै्रक्चर होने की आशंका कम हो जाती है। हेलमेट का डिजाइन ऐसा होती है कि कई हादसों में हेलमेट पहनने वाला चालक सेफ रहता है.

डॉ। एसके वर्मा, ऑर्थोपेडिक सर्जन

ब्रेन की चोटें जल्दी ठीक नहीं होती

हेलमेट नहीं लगाने वाले व्यक्ति में एक्सीडेंट के दौरान हेड इंजरी की आशंका सबसे अधिक रहती है। इसमें ब्रेन को चोट पहुंचती है तो बॉडी का फंक्शन गड़बड़ा जाता है। हेड इंजरी से व्यक्ति कोमा में जा सकता है। ब्रेन बोन्स फ्रैक्चर, हैवी ब्लीडिंग, हाइपरटेंशन, कंप्रेशन इंजरी व अन्य प्रकार का ट्रॉमा हो सकता है। कई बार ब्रेन की चोटें हमेशा के लिए ठीक नहीं हो पाती हैं। हेलमेट लगाने वाले व्यक्ति को जान का रिस्क कम होता है और रोड एक्सीडेंट में सेफ रहता है.

डॉ। आशीष कुमार गुप्ता, न्यूरोसाइकेट्री

Posted By: Inextlive