- कैंट स्टेशन पर बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को बनाया गया था हेल्प डेस्क

- तत्कालीन रेल राज्यमंत्री ने 2019 में किया था इनागरेशन

देश के कोने कोने से बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन को बनारस पहुंचने वाले भक्तों के लिए खास सुविधा बेपटरी हो गयी है। भक्तों को कैंट स्टेशन पर बाबा के दर्शन का टिकट अब नहीं मिल रहा है। कैंट स्टेशन पर बनी हेल्पडेस्क अब हेल्पलेस हो चुकी है। डेस्क में ताला लटका हुआ है। ये सुविधा डेढ़ साल भी नहीं चल सकी है।

पांच महीने ही मिल पायी सुविधा

कैंट रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से हेल्प डेस्क ओपेन किया गया था। यहां से मंदिर में दर्शन, आरती, पूजा के टिकट जारी करने के साथ ही मंदिर तक पहुंचने की जानकारी दी जा रही थी। इससे श्रद्धालुओं को बहुत सहूलियत हो रही थी। स्टेशन कैंपस में 18 सितंबर सन् 2019 को तत्कालीन रेल राज्यमंत्री सुरेश अगड़ी ने हेल्प डेस्क का औपचारिक शुभारंभ किया था। इसके बाद सर्कुलेटिंग एरिया में हनुमान मंदिर के पास बने कांउटर से टिकट मिलने लगा था। लेकिन यह काउंटर जनवरी 2020 तक ही खुल पाया। इसके बाद कोविड संक्रमण स्टार्ट हो गया और काउंटर बंद कर दिया गया। जो आज तक नहीं खोला गया।

दस लाख रुपये हुए थे खर्च

कैंट स्टेशन पर बाबा के भक्तों के लिए करीब 10 लाख रुपये खर्च कर स्थायी हेल्पडेस्क तैयार किया गया था। इस काउंटर के लिए दो कर्मचारी भी तैनात किए गए थे। हेल्पडेस्क से मंगला, भोग, सप्तऋषि, शयन आरती, रुद्राभिषेक, लघु व महारुद्राभिषेक के टिकट, अन्य विशेष अवसरों पर यानी विशेष तिथियों पर पूजा अर्चना के लिए टिकट तथा बुकिंग की सुविधा उपलब्ध कराया जा रही थी। इसका लोगों को लाभ भी मिलने लगा था।

सावन में भी सूना

सावन महीने में देशभर से बाबा का दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंच रहे हैं। वो बाबा के दर्शन को लिए बने हेल्प डेस्क पर भी पहुंच रहे हैं लेकिन मायूस होकर लौट जा रहे हैं। क्योकि यहां हेल्प डेस्क ताले में बंद है। यहां तक कि काउंटर पर लगा कंप्यूटर व प्रिंटर भी गायब हैं। यहां कोई बताने वाला भी नहीं मिलता कि काउंटर कब ओपेन होगा।

बातचीत--

मैं गुजरात के आंनद जिले से बाबा का दर्शन करने आया हूं। मेरे मित्र ने बताया था कि रेलवे स्टेशन पर ही बाबा के दर्शन का टिकट मिल जाएगा। लेकिन यहां जब आया तो पता चला कि काउंटर महीनों से बंद है। ऐसे में मुझे विश्वनाथ मंदिर के पास जाकर टिकट लेना पड़ा।

नवीन भाई पटेल, आनंद, गुजरात

अगर कैंट रेलवे स्टेशन का काउंटर खुला होता तो मुझे लाइन में न लगना पड़ता। दर्शन व पूजन की जानकारी भी नहीं मिल पायी। जिससे मुझे मंदिर जाकर लाइन में लगना पड़ा। अच्छा होता कि हेल्प डेस्क को फिर से खोल दिया जाता।

नरेंद्र सिंह, घोरावल

सावन के महीने में लोग दूर दूर से बाबा का दर्शन करने आते हैं। ऐसे में स्टेशन पर बना हेल्प डेस्क बहुत अच्छा फायदेमंद होता। लेकिन इसको बंद कर दिया गया है। जिससे मुझ जैसे लोग जो दूसरे प्रदेशों से यहां आते हैं उनको बहुत परेशानी हो रही है।

नंदलाल, अहमदाबाद

Posted By: Inextlive