छह घंटे के अंतराल में ओवरस्पीड के कारण हुईं दो घटनाओं में चार की मौत काम नहीं आ रही अवेयरनेस रोजाना हो रहीं एक से दो मौतें


वाराणसी (ब्यूरो)सड़क हादसों पर लगाम नहीं लग रही। ओवरस्र्पीिडंग तो जानलेवा है ही। एनएच पर जरा सी लापरवाहïी घातक हो सकती है। शनिवार सुबह चौबेपुर एरिया के पंडापुर के समीप वाराणसी-गाजीपुर हाइवे पर तेज रफ्तार कार ने दो साइकिल सवार अखबार विक्रेताओं (कर्मयोगी) को रौंद दिया। वहीं, एक की हालत गंभीर है। इससे पहले शुक्रवार देर रात 12 बजे नदेसर में ओवरस्पीड में जा रही कार ने महिला समेत दो लोगों की जान ले ली। वहीं, तीसरा गंभीर हालत में भर्ती है। छह घंटे के अंतराल में हुई इन दो घटनाओं ने सबको झकझोर दिया। आंकड़ों पर गौर करें तो वाराणसी में साल 2023 में 558 सड़क दुर्घटना हुईं, जिसमें 354 लोगों की जान गई। दिसंबर में सबसे अधिक 27 मौत हुई थीं। सबसे भीषण हादसा फूलपुर थाना के सुरही गांव के पास चार अक्टूबर 2023 की भोर में हुआ था। इसमें कार सवार आठ लोगों की मौत हो गई थी।

एनएच पर सर्वाधिक मौतें

स्मार्ट और वीआईपी सिटी में शामिल वाराणसी में नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, एमडीआर, ओडीआर के साथ फ्लाईओवर, आरओबी, फुलवरिया फोरलेन भी हैं। इन सड़कों पर लगातार एक्सीडेंट हुए हैं। 2023 में सबसे अधिक 130 मौतें नेशनल हाईवे पर हुई हैं, जबकि स्टेट हाईवे पर 85, मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड (एमडीआर) पर 50 और अदर डिस्ट्रिक्ट रोड (ओडीआर) पर 35 लोगों ने दम तोड़ दिया.

130 मौतें नेशनल हाईवे पर हुई हैं।

85 मौतें स्टेट हाईवे हुई हैं।

50 मौतें एमडीआर पर हुई हैं।

35 मौतें ओडीआर पर हुई हैं।

ओवरस्पीड है मौतों की मुख्य वजह

सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों के पीछे जो मुख्य वजहें सामने आ रही हैं, उसमें ओवरस्पीडिंग प्रमुख है। पिछले माह मार्च की बात करें तो 52 सड़क हादसे हुए, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई। परिवहन विभाग की मानें इसमें 50 से अधिक परसेंट सड़क हादसे ओवरस्पीड की वजह से हुए। वहीं परिवहन विभाग ने पिछले माह ओवरस्पीड में 152 गाडिय़ों का चालान किया। वहीं अप्रैल माह में अब तक 350 गाडिय़ों का चालान हो चुका है.

अवेयरनेस प्रोग्राम बेअसर

सड़क हादसों में होने वाली मौतों का आंकड़ा घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। ट्रैफिक विभाग द्वारा आए दिन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। पर, यह सिर्फ कागजी खानापूर्ति तक सीमित है। न अफसरों की संजीदगी दिखती है, न ही लोग जागरुक हो रहे हैं। यही वजह है कि यातायात नियमों का उल्लंघन बढ़ता जा रहा है.

फैक्ट एंड फीगर

3.5 प्रतिशत पिछले साल की तुलना में सड़क हादसे में वृद्धि

11.2 प्रतिशत पिछले साल की तुलना में मौतों में वृद्धि

52 सड़क हादसे मार्च माह में हुए

27 लोगों की मौत हादसे में हुई

350 गाडिय़ों के चालान अप्रैल 2024 में

परिवहन विभाग लगातार हादसों को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है। इसके लिए जागरुकता अभियान चलाते हैं। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा भी कसा जा रहा है। दुर्घटनाओं में मौत के आंकड़े चिंताजनक हैं। अप्रैल माह में अब तक ओवरस्पीड में 350 गाडिय़ों का चालान हो चुका है.

श्यामलाल, एआरटीओ

कॉज ऑफ एक्सीडेंट

ट्रैफिक रूल तोडऩे की वजह से

ओवरस्पीडिंग के कारण

ड्राइवर की लापरवाही से

सड़क खराब होने के कारण

असावधान मोड़ की वजह से

वाहन की खराबी से

मौसम के कारण

लंबी दूरी व चालक की बेचैनी से

पशु की वजह से

खुले मेनहोल की वजह से

टक्कर के बाद वाहन जलने से

Posted By: Inextlive