रक्षाबंधन पर बहनों ने भाई के कलाई पर बांधी रेशम की डोर सरकार की फ्री बस सेवा को सराहा दो दिन रक्षाबंधन पडऩे पर बाजार रहे गुलजार दुकानदारों के लिए डबल धमाका

वाराणसी (ब्यूरो)भाई-बहन के अनूठे रिश्ते रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में बेपनाह भीड़ उमड़ी। इस दौरान लगभग 800 महिलाओं और बहनों ने मुफ्त में सफर किया। दरअसल, दो दिन पर्व होने पर पहले दिन गुरुवार को शहर के कई क्षेत्रों में बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया गया। इस उपलक्ष्य में दुकानदारों ने दिनभर अपनी दुकानों व बाजारों को सुंदर राखियों से सजाए रखा। सुबह से ही बहनों द्वारा अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया, जो शाम तक जारी रहा। इस बीच बनारस के सभी प्रमुख बाजारों में राखियों से लेकर विभिन्न कलेवर की मिठाइयों की जबरदस्त खरीदारी हुई। इस बीच रक्षाबंधन के दौरान स्वतंत्रता दिवस का पर्व होने के नाते मार्केट में तरह-तरह के मनभावन फ्लेवर की मिठाइयां लोगों को आकर्षित कर रही हंै.

यात्रा के लिए व्यवस्था पूरी

शासन के निर्देश के बाद बनारस रोडवेज भी महिलाओं को फ्री यात्रा कराने के लिए प्रतिबद्ध है। खबर लिखे जाने तक सूचना के आधार पर कैंट रोडवेज से विभिन्न जिलों के लिए कुल 250 बसों का संचालन किया जा चुका था। रक्षाबंधन पर इसका लाभ 10 अगस्त की रात 12 बजे से 12 अगस्त की रात 12 बजे तक रोडवेज की बसों में महिलाओं और बहनों को मिलेगा। महिलाओं के साथ आठ वर्ष से छोटे बच्चों का भी टिकट नहीं लगेगा। आठ से 12 वर्ष तक के बच्चे का आधा किराया लगेगा.

तिरंगा फ्लेवर में मिठाइयां

बाजार में मिलने वाली मिठाईयां लोगो के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इस बार की खास बात यह रही है कि बर्फी, रसगुल्ला, छेना, खीरकदम जैसी मिठाइयां तिरंगा फ्लेवर में मिल रही हैैं.

रेशम की राखियों की डिमांड

शहर के बाजारों में तमाम धागों की मिलने वाली राखियां रेशम की राखियों की बराबरी नहीं कर पाई हैं। अभी भी बाजार में जाने वाले अधिकतर खरीदार सिर्फ रेशम की ही राखियों की खरीदारी कर रहे हैं। पांडेयपुर के राखी के सबसे बड़े दुकानदार दीपक ने बताया कि सुबह से लेकर अब तक वह अपनी दुकान से 12 पेटी रेशम की राखी सेल कर चुके हैं। इसके अलावा दुकानदार और किसी राखी को पंसद ही नहीं कर रहे है.

शासन के निर्देशानुसार महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा का संचालन किया जा रहा है। साथ ही उपलब्धता के साथ बसों का संचालन करते हुए उन्हें मॉनीटर भी किया जा रहा है.

एके तिवारी, एआरएम, कैंट रोडवेज

सीएम योगी के इस निर्णय से काफी खुश हैैं। मैैं भी बस का सफर करते हुए अपने भाई को राखी बांधने गोरखपुर जा रही हूं.

संगीता, यात्री

काफी अच्छा लग रहा है। एक तरीके से हमारे आने-जाने के जो किराये बच रहे हैं, उनसे हम मिठाई व राखी की खरीदारी कर ले रहे हैं.

पूनम, यात्री

इस बार तो रेशम की राखी सबसे ज्यादा बिक रही है। इन राखियों का कोई तोड़ नहीं है। चाइनीज राखी तो धराशायी हो गई है.

दीपक, राखी विक्रेता

हमने इस बार तिरंगे वाली बर्फी बनाई है। साथ ही तिरंगे वाला रसगुल्ला। लोग जमकर तिरंगे वाली बर्फी को खरीद रहे हैं.

विजय मोदनवाल, मिठाई विक्रेता

Posted By: Inextlive