घराना गली में फैला तारों का जंजाल कई हेरिटेज लाइट खराब शिलापटट के पास गंदगी का अंबार कलाकार बोले सिर्फ कहने को घोषित किया गया है हेरिटेज वॉक


वाराणसी (ब्यूरो)जहां तारों का जंजाल, गलियों में जगह-जगह टूटे चौका और गंदगी में दिग्गज कलाकारों के नाम का शिलापट्ट यही हेरिटेज वॉक की पहचान है। जी हां कबीरचौरा घराना गली को भले ही हेरिटेज वॉक का नाम दे दिया गया हो लेकिन आज भी वहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। टूटी-फूटी लाइट, जगह-जहग पान की पिकदान और कूड़ों के अंबार ने संगीत घराना का सुर, लय, ताल को बिगाड़ दिया है। काशी का कबीरचौरा मुहल्ला जहां पर कई दिग्गज कलाकार निवास करते हैं। मुहल्ले की गलियों को हेरिटेज वॉक घोषित किया गया था। लेकिन, आज स्थिति यह है कि यहां के संगीत कलाकार सीवर, पेयजल के साथ ही गलियों की समस्या से जूझ रहे हैं। कलाकारों के साथ ही अन्य क्षेत्रीय नागरिक भी इससे परेशान हैं.

कहीं पत्थर टूटा, कहीं गिट्टियां फैली

कबीरचौरा की लोढ़ेनाथ मंदिर जाने वाली गली हो या फिर तबला सम्राट स्व। पं। किशन महराज के सामने वाली या फिर सरोद वादक पं। विकास महराज की गली हो या फिर नागरी नाटक मंडली के पीछे वाली गली हो सभी की हालत दयनीय है। पिछले एक साल से गलियों को खोद कर छोड़ दिया गया था इसके बाद दो महीने पहले गलियों की मरम्मत का कार्य शुरू हुआ। मरम्मत ऐसा किया गया है कि कहीं पत्थर टूट गया है तो कही आधा-अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया गया है। गलियों में गिट्टियां उसी तरह पड़ी हुई है। सीवर व पानी की समस्या अलग से है.

गली में घुसते ही फैला तारों का जंजाल

संकरी में गली तारों का जंजाल इस कदर फैला है कि कभी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। संगीतकारों की गली में तारों से जंजाल मुक्त करने के लिए कहा गया था लेकिन आज नहीं किया गया। गली को रोशन करने के लिए हेरिटेज लाइटें लाइट लगायी गयी थी सभी लाइटें खराब है। किसी का बल्ब गायब है तो किसी का पूरा पोल ही टूट चुका है.

दुर्घटना के होते हैं शिकार

गलियों के पत्थर टूट जाने की वजह से आए दिन लोग चोटहिल होते है। कथक डांसर विशाल कृष्ण का कहना है कि पिछले एक साल से गली को खोद कर छोड़ दिया गया था। पिछले कुछ महीनों से मरम्मत का कार्य शुरू हुआ है लेकिन मरम्मत भी ढंग से नहीं किया जा रहा है। उबड़ खाबड़ गली में लोग किसी तरह आ जा रहे हैं। कहने को तो यह हेरिटेज वाक है लेकिन कहीं कुछ नहीं है। सभी मकानों को न तो एक ही रंग में रंगा गया है न ही सुविधाएं है। बस हेरिटेज वाक बना दिया गया है.

सीवर की व्यवस्था ठीक नहीं

कबीरचौरा की गलियों की हालत खराब है लेकिन कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। यहां का सीवर काफी पुराना है। जब तक सीवर व पानी की व्यवस्था सही नहीं होगी तब तक पटिया कैसे लगाई जाएगी। पहले सीवर व पानी की व्यवस्था की जाय फिर इसके बाद चौका लगाया जाना चाहिए। इस संदर्भ में कई बार शिकायत संबंधित अधिकारियों से की गई लेकिन कोई ठोस व्यवस्था किए बगैर ही पत्थर बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.

तारों का जंजाल हटना चाहिए। हेरिटेज वॉक बनाने से कुछ नहीं होता। सुविधाएं भी होनी चाहिए। कई साल से गली खराब है, अब मरम्मत का कार्य शुरू हुआ.

पूरन महाराज, तबलावादक

गलियों के मरम्मत का कार्य शुरू हुआ। लेकिन तारों के जंजाल को नहीं खत्म किया गया। संगीतकारों का शिलापट्ट भी सुरक्षित नहीं है.

प्रेम मिश्रा, अध्यक्ष, महानगर उद्योग व्यापार समिति

हेरिटेज वाक घोषित किया गया है लेकिन गलियों का बुरा हाल है। संभलकर न चले तो चोटहिल हो जाए। गंदगी तो चारों तरफ है.

रोहित मिश्रा, कलाकार

Posted By: Inextlive