बनारस में महिलाओं ने खुद की मेहनत से शुरू किया स्टार्टअप खुद के साथ-साथ दूसरों को भी बढ़ा रहीं आगे


वाराणसी (ब्यूरो)नवरात्र सिर्फ पूजा का पर्व ही नहीं है बल्कि वूमेन एम्पावरमेंट को सेलिब्रेट करने का अवसर भी है। आज न सिर्फ महिलाएं अपने फैसले खुद लेती हैं बल्कि पुरुषों के समान ही समाज में अपना योगदान भी दे रही हैं। हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपना और अपने परिवार का नाम रोशन भी किया है। खुद की मेहनत पर अपना स्टार्टअप शुरू करने वाली काशी की होनहार महिलाओं से आज हम आपको रूबरू कराएंगे। इन महिलाओं ने न सिर्फ खुद को आगे बढ़ाने की सोची बल्कि जरूरतमंद लोगों को आगे बढ़ा रही हैं.

1-तृप्ति वर्मा : पीएम ने किया सम्मानित

काशी की रहने वाली तृप्ति वर्मा न सिर्फ अच्छी बिजनेस वूमेन हैं बल्कि अपने परिवार को भी अच्छे से संभाल रही हैं। उन्होंने वर्ष 2020 में स्टडी एट होम को ज्वाइन किया था और आज डॉयरेक्टर हैं। कुछ साल पहले उन्हें और सीए राज अग्रवाल को पीएम नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक कार्यक्रम में स्टार्टअप अवार्ड भी प्रदान किया था। तृप्ति ने बताया कि उनकी कंपनी 8 से 12वीं क्लास के बच्चों को आसान भाषा में ऑनलाइन पढ़ाई उपलब्ध कराती है। जेईई, नीट, सीए, सीएमए, सीए क्लेट, बैैंकिंग, एसएससी, रेलवे आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराती है। तृप्ति कहती हैं कि आज मैैं यहां तक पहुंची हूं तो राज अग्रवाल सर के कारण, क्योंकि उन्होंने मुझे आगे बढ़ाने में बहुत सपोर्ट किया है। आज वह ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक शिक्षा पहुंचा रही हैं.

2-श्वेता सिंह : हेल्थ के लिए ऑर्गेनिक कंपनी

आज के समय में हमारे शरीर पर सबसे बुरा प्रभाव मिलावटी भोजन डालता है। हर चीज में हमें मिलावट देखने को मिलती है। इस परेशानी को समझा श्वेता सिंह ने, जोकि पर्सनल किसान कंपनी की फाउंडर हैं। उनकी कंपनी लोगों के लिए ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स बनाती है। वर्ष 2020 में श्वेता ने इस बिजनेस को शुरू किया था। आज उनके प्रोडक्ट की डिमांड सिर्फ यूपी नहीं बल्कि अन्य शहरों में भी है। उन्होंने खुद के साथ किसानों को भी आगे बढ़ाने की सोची। उनकी कंपनी किसानों को स्पॉन्सर करती है और उनके द्वारा की गई खेती से वह ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स तैयार करती है। इससे किसानों को भी काफी फायदा होता है। आज उनके साथ 350 किसान जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप की शुरुआत में प्रॉब्लम आई पर फैमिली के सपोर्ट से सब अच्छा हो गया।

3-तुलिका मिश्रा : द वाइब की शुरुआत

तुलिका मिश्रा ने कुछ समय पहले ही द वाइब रेस्टोरेंट से अपने स्टार्टअप की शुरुआत की थी। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से समाज में खुद की एक पहचान बनाई और अपने साथ-साथ उन महिलाओं को भी रोजगार दिया, जिन्हें जरूरत थी। तुलिका का अपना एक सूर्या नाम से हॉस्पिटल भी है। शुरू से ही उनको रेस्टोरेंट खोलने का मन था, जिस सपने को उन्होंने अब जाकर पूरा किया है। सभी चीजों को वह बखूबी मैनेज कर रही हंै। उन्होंने बताया कि शुरू में कई प्रॉब्लम फेस की, जोकि हर एक बिजनेस शुरू करने में होती है। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करती रहीं। इसके परिणाम स्वरूप वह इस मुकाम पर खड़ी हैं.

Posted By: Inextlive