- मेडिकल सेक्टर में भारत के पारंपरिक ज्ञान से प्रभावित चीनी ऑफिसर्स का BHU दौरा

VARANASI:

भारत के पारंपरिक ज्ञान-विज्ञान का लोहा मानते हुए चीन ने इसको प्रमोट करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है। मंगलवार को आईएमएस बीएचयू भ्रमण पर आये चीनी दूतावास के तीन सदस्यीय ऑफिसर्स की स्पेशल टीम ने इस बाबत मिल कर काम करने की इच्छा भी जतायी है.इस टीम में वेन जुन, काओ जियान्या व लिन जिआंग शामिल थे। चीनी अधिकारी भ्रमण के दौरान दुनिया के एकमात्र क्षार सूत्र केंद्र गये और वहां एक धागे से बिना ऑपरेशन के बवासीर, भगंदर जैसी बीमारियों के सटीक इलाज के बारे में जानकारी भी हासिल की। डायरेक्टर प्रो। आरजी सिंह से चुनिंदा बीमारियों पर साथ रिसर्च करने का प्रस्ताव भी दिया। यह तय हुआ कि दोनों देशों के एक्सपर्ट डायबटीज, मोटापा व हाइपरटेंशन पर मिलकर रिसर्च करेंगे और इलाज की बेहतर तकनीकि का विकास करेंगे। आयुर्वेद फैकल्टी के डीन प्रो। मनोरंजन साहू ने चीनी अधिकारियों को भारतीय परंपरा से घाव, स्टोन, बवासीर आदि के इलाज के बारे में जानकारी दी। रस शास्त्र डिपार्टमेंट के हेड प्रो। आनंद चौधरी ने चीन व भारत के ट्रेडीशनल मेडिसिन पर आये संकट के बारे में बताया। वेलकम रेक्टर प्रो। कमलशील ने किया। इस अवसर पर प्रो। केके पांडेय, प्रो। एके सिंह, डॉ। एसजे गुप्ता प्रेजेंट थे।

Posted By: Inextlive