हर जननी से जुड़ेगी वंदना
-प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का होगा विस्तार
-जल्द ही रुरल क्षेत्र की महिलाओं को मिलेगा लाभ VARANASI प्रधानमंत्री मातृत्व वदंना योजना अब पहले से ज्यादा प्रबल होगी। पहले वित्तीय वर्ष में डिस्ट्रिक्ट में मिली बढ़त के बाद स्वास्थ्य विभाग ने हर उस महिला को वंदना से जोड़ने का फैसला लिया है, जो पहली बार बच्चे की मां के बाद अभी भी लाभ से दूर है। योजना की जानकारी घर-घर पहुंचाने के लिए आशा वर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी ट्रेंड किया गया है। योजना का लाभ उन महिलाओं को भी दिया जाएगा, जिन्होंने पिछले एक साल में अभी तक इसका लाभ नहीं लिया है। इसके लिए संस्थागत डिलीवरी सेंटर व सभी प्राइवेट व सरकारी हॉस्पिटल्स में सूची तैयार करायी जाएगी। मार्च में रहा उम्दा प्रदर्शनयोजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मातृत्व लाभ प्रदान करने में शहर ने मार्च में प्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया है। हालांकि वित्तीय वर्ष 2017-18 में 4514 गर्भवती महिलाओं को लाभांवित किया गया है। जिसमें बनारस को प्रदेश में 19वां स्थान मिला है। 31 मार्च को जारी रिपोर्ट में बताया गया कि इस माह में विभाग ने 2036 महिलाओं को इस योजना से लाभान्वित किया।
रजिस्ट्रेशन कराना जरुरीकेंद्र सरकार ने जनवरी 2017 में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना को लांच किया गया था। लेकिन योजना को धरातल पर आते-आते 8 माह लग गए। डिस्ट्रिक्ट स्वास्थ्य विभाग में इस योजना की शुरूआत अक्टूबर में हुई। इस योजना का उद्देश्य जच्चा-बच्चा दोनों को कुपोषण आदि से बचाना है। योजना का लाभ पाने के लिए पहले बच्चे के जन्म के दौरान रजिस्ट्रेशन कराना जरुरी है।
अधिकारियों का कहना है कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ पहले बच्चे के जन्म के दौरान गर्भधारण करने वाली शतप्रतिशत पात्र महिलाओं दिया जाना है। ताकि वह खुद के साथ ही अपने होने वाले बच्चे के पोषण पर पूरा ध्यान दे सके। शहर में जहां हॉस्पिटल, हेल्थ सेंटर और आशा वर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को ट्रेंड किया गया है। वहीं रूरल एरिया में ग्राम प्रधानों और ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों से अपील की है कि उनके प्रयास से ज्यादा से ज्यादा गर्भवती को इसका लाभ मिल सकता है। एक नजर कैसे मिलेगा लाभ -1000 प्रसव के दौरान शहरी -1400 प्रसव के दौरान ग्रामीण -1000 प्रथम किश्त के रूप में दिए जाते हैं। 2000 छह माह बाद दूसरी किश्त2000 तीसरी किस्त, बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर
ये है जरुरी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में होगा, इसलिए खाता होना जरुरी खाता आधार से लिंक होना चाहिए 2017-18 में 4514 गर्भवती महिलाएं हुई लाभांवित 2036 महिलाओं को मार्च में मिला लाभ पहले बच्चे के जन्म के दौरान गर्भधारण करने वाली पात्र महिलाओं को योजना का लाभ दिया जाएगा, जिससे वह खुद के साथ ही होने वाले बच्चे के पोषण पर ध्यान दे सकें। हर महिला तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए सबका साथ जरुरी है। डॉ। वीबी सिंह, सीएमओ