-प्राकट्य स्थल लहरतारा तालाब पर चल रहा प्लाटिंग का खेल

- सिर्फ एक मकान के लिए जिला पंचायत ने बना दी 171 मीटर रोड़

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2005

में उक्त जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग की कोशिश की जा रही थी

41

लोगों को नोटिस जारी किया गया था प्लाटिंग का कार्य रुकवाकर

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साल से रोक के बाद 2020 में फिर से अवैध प्लाटिंग का खेल शुरू हो गया

प्रशासन की अनदेखी के कारण कबीर दास के प्राकट्य स्थल लहरतारा तालाब पर अवैध कब्जा ही नहीं, बल्कि प्लाटिंग कर खरीद-बिक्री भी की जा रही है। जिला पंचायत से साठ-गांठ कर भूमाफियाओं ने राज्य वित्त योजना की धनराशि से तालाब पर 171 मीटर आरसीसी रोड का निर्माण करवा दिया है। मौके पर मौजूद शिलापट्ट के अनुसार निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने आरसीसी रोड का लोकार्पण किया है। जल खाते की जमीन को अवैध तरीके से बेचने का खेल बहुत लंबे समय से चल रहा है। हालांकि प्रशासन की ओर से कुछ लोगों को नोटिस भेजा गया था, लेकिन तालाब बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।

कबीर प्राकट्य स्थल लहरतारा के पास स्थित तालाब है। यहां जल खाते की जमीन में बकायदा सड़क बनाकर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। सरकारी जमीन पर प्लाटिंग को लेकर जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरण भी पूरी तरह से मौन है।

लंबे समय से चल रहा अवैध कब्जे का खेल

दरअसल, लहरतारा नई बस्ती के पास जल खाते की जमीन पर तालाब है। इस जमीन पर भूमाफियाओं की नजर बहुत पहले से है। 2005 में इस जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग की कोशिश की जा रही थी। उस समय शिकायत पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए थे। प्लाटिंग रुकवाकर 41 लोगों को नोटिस भी जारी किया गया था। हालांकि 15 साल से पूरी तरह रोक के बाद 2020 में फिर से अवैध प्लाटिंग का खेल शुरू हो गया।

तैयार हो गई 171 मीटर आरसीसी रोड

तालाब पर कब्जे की नियत से भूमाफियाओं ने जिला पंचायत से मिलीभगत कर वित्तीय वर्ष 2018-19 में 171 मीटर आरसीसी रोड़ निर्माण की मंजूरी ले ली। राज्य वित्त आयोग के योजना के तहत 7 लाख 31 हजार रुपये की लागत से एलआईसी आफिस से लेकर अमित शुक्ला के मकान तक सीसी रोड़ का निर्माण भी करा दिया गया, जबकि उक्त रोड के अगल-बगल सिर्फ एक मकान है। बाकी बाउंड्री कर छोड़ दिया गया है।

शिलापट्ट पर फर्जी तरीके से अंकित है नाम

एलआईसी आफिस के बगल में मौजूद शिलापट्ट पर निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर और सेक्टर-6 काशी विद्यापीठ के जिला पंचायत सदस्य रविन्द्र यादव कालिया का नाम अंकित है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल के दौरान जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि रोड़ का निर्माण गलत है। बोर्ड पर मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया गया है, जबकि मैंने विकास प्राधिकरण को पत्र लिखकर सीसी रोड़ न बनाने का आग्रह किया था।

ऐसे शुरू किया तालाब को मलबा से पाटना

लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन का पूरा प्रयास कोरोना संक्रमण को रोकने में था और सड़कों पर पब्लिक का आवागमन भी पूरी तरह से बंद था। इसका फायदा उठाकर भूमाफियाओं ने लहरतारा तालाब को मलबा से पाटना शुरू कर दिया था। काफी हद तक तालाब को पाट दिया गया। इस संबंध में प्राकट्स स्थल के प्रबंधक गोविंद दास शास्त्री ने शिकायत की तो तालाब को पाटने का सिलसिल रुक गया।

Posted By: Inextlive