काशी मॉडल की पूरे देश में चर्चा हो रही है. यहां के विकास को मिसाल के रूप में पेश किया जा रहा है लेकिन स्मार्ट सिटी ने वाराणसी की उड़ान पर रोक लगा दी है. सितंबर 2020 में वाराणसी स्मार्ट सिटी परियोजना में देश स्तर पर 83.89 अंक के साथ पहले पायदान था.

वाराणसी (ब्यूरो)। गुरुवार को आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी रैंकिंग में वाराणसी को देश ही नहीं, बल्कि प्रदेश में भी पहली रैंकिंग नहीं मिल पाई। इस बार वाराणसी को देश में 26वीं व प्रदेश में दूसरी रैंकिंग मिली है। देश की रैंकिंग में भोपाल व इंदौर के बाद यूपी के आगरा का नंबर है। तगड़ी तैयारी के बावजूद रैंकिंग में खराब प्रदर्शन के पीछे परियोजनाओं का वर्क आर्डर जारी न होना और टेंडर प्रक्रिया में लंबा समय लगना है।

समय-समय पर जारी होता है बजट
वाराणसी स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में राष्ट्रीय स्तर पर जनवरी 2020 में 13वें स्थान था। अगस्त 2020 में 7वां स्थान मिला। सितंबर 2020 में वाराणसी स्मार्ट सिटी परियोजना में राष्ट्रीय स्तर पर 83.89 अंक से प्रथम स्थान पर था। स्मार्ट सिटी के लिए समय-समय पर केंद्र व राज्य सरकार की ओर से बजट जारी किया जाता है। इसका उपयोग सुनियोजित तरीके से करते हुए विभिन्न गतिमान परियोजनओं एवं कार्यों की जानकारी, निविदाएं, जारी कार्यादेश, व्यय, उपयोग किए गए बजट के संबंध में अद्यतन सूचनाएं पोर्टल पर अपडेट की जाती हैं।

रैंकिंग में शामिल हुए 99 शहर
देश में घोषित स्मार्ट सिटी के 99 शहरों में वाराणसी दूसरे राउंड में शामिल हुआ। इससे पहले स्मार्ट सिटी में वाराणसी को रैंकिंग में तमाम तैयारी के बावजूद बढ़त नहीं हासिल हो सकी थी। वाराणसी में शुरुआत में 930 करोड़ के करीब 70 प्रोजेक्ट बनाए गए थे। बाद में स्मार्ट सिटी में परियोजनाओं में बदलाव हुए। अभी तक 600 करोड़ रुपये से करीब 54 परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा चुका है। 150 करोड़ से करीब 14 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। तगड़ी तैयारी के बावजूद वाराणसी ने पिछली रैंकिंग से खराब प्रदर्शन किया है।

यूपी में टॉप टेन और अंक
आगरा 88.44
वाराणसी 65.57
लखनऊ 54.08
अलीगढ़ 48.34
प्रयागराज 40.53
कानपुर 33.20
मुरादाबाद 18.54
झांसी 14.67
बरेली 10.61
सहारनपुर 31.61

Posted By: Inextlive