ग्रामीण क्षेत्र के शहर से जुडऩे के बाद नगर निगम इन वार्डों में कराएगा न्यू वर्क शहर के वार्डों से भी अलग दिखेंगे नए वार्ड शुरू किया गया सर्वे

वाराणसी (ब्यूरो)नगर निगम सीमा का विस्तार होने के बाद कई रूरल एरिया शहरी सीमा से जुड़ गए हैं, जिसके बाद यह वार्ड बन गए हैं। निगम नए वार्डों को जल्द ही स्मार्ट बनाए जाएंगे। सभी वार्डों को हरा-भरा रखने के लिए सबसे पहले पार्कों को डेवलप किए जाएंगे। इसके बाद इन पार्कों में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इसके बाद पार्कों के किनारों को लाइटिंग से जगमग किया जाएगा। बच्चों के इंटरटेनमेंट का भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए पार्कों में किड्सजोन बनाए जाएंगे।

बच्चों के मनोरंजन का ध्यान

इन पार्कों में बच्चों के मनोरंजन के लिए किड्सजोन पार्क बनाए जाएंगे। इनमें बच्चों के झूला, चरखा, रोलिंग, स्लाइडिंग, छोटे झूले, अल्फाबेटिक बॉल व कई प्रकार के टेबल चार्ट भी किडस जोन में लगाए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम ने तैयारी करनी शुरू कर दी है। कालोनी के बीच बने पार्क में और भी कई सुविधाएं रहेंगी। अभी तक शहर के पार्कों में ऐसी सुविधाएं कम हैं। लेकिन, जो नए वार्ड बने हैं उनमें बच्चों का विशेष ध्यान दिया जाएगा.

450 वर्गफीट में खेलेंगे बच्चे

नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो रूरल एरिया के वार्ड को स्मार्ट वार्ड बनाया जाएगा। वहां की गली और कालोनियों की सड़कों को भी हरा-भरा बनाया जाएगा। नाली, सीवर, लाइंिटंग की व्यवस्था की जाएगी। इन वार्डों की सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए अतिरिक्त सफाईकर्मियों को भी तैनात किया जाएगा। बच्चों के खेलने के लिए जो जगह बनाए जाएंगे वह 450 वर्गफीट में होगा.

सिटी से अच्छा होगा पार्क

सिटी के पार्कों को तो मेंटेन किया गया है। एक दशक पहले पार्को की हालत काफी खराब थी। पार्क के अंदर बच्चों के खेलने के लिए कोई भी सामान नहीं था। इसको देखते हुए नगर निगम ने सिटी के करीब एक दर्जन से अधिक पार्कों में बच्चों के हेल्थ को देखते हुए झूला वगैरह लगवाया है। इनमें सिगरा, बेनियाबाग, मैदागिन, महमूरगंज, सूरजकुड पार्क, रामकटोरा समेत कई ऐसे पार्क हैं, जहां लाइटिंग की व्यवस्था के साथ बच्चों के खेलने के लिए सामान लगाए गए हैं.

निगम के पास 175 पार्क

निगम के पास 175 पार्क हैं। इनकी सूची बनाकर सुंदरीकरण की तैयारी है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर पार्कों की सूरत बदली जाएगी। समाजसेवी संस्थाओं को भी इनके रखाव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस तरह जो नए वार्ड बने हैं उनके पार्कों में किड्सजोन पार्क बनाकर इसके मेंटनेंस की जिम्मेदारी वहीं के लोगों को सौंपी जाएगी ताकि पार्क मेंटेन रहे।

पार्कों का किया जा रहा सर्वे

पार्कों का सर्वे किया जा रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद विभाग को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद कार्य शुरू किया जाएगा। नए वार्ड में जहां जगह मिलेगी वहां पर पार्क बनाया जाएगा। इसके लिए वहां भी सर्वे का कार्य जल्द शुरू होगा। अभी शुरुआती दौर में शहर के सौ पार्कों को लिया गया है। पार्कों के रेलिंग, पाथवे को भी मेंटनेंस किया जाएगा.

नए वार्डों में जहां पार्क नहीं हैं, वहां जगह को चिह्नित कर पार्क बनाया जाएगा। इन पार्क में बच्चों के लिए किड्सजोन भी बनाए जाएंगे। इनमें बच्चों के लिए झूला, स्लाइडिंग समेत कई खेलने के सामान लगाए जाएंगे.

अजय प्रताप सिंह, प्रभारी अधिकारी, उद्यान

Posted By: Inextlive