विद्यापीठ का कर्मचारी संघ भंग
सन् 2013 ही बीत गया था पदाधिकारियों का कार्यकाल
रजिस्ट्रार ने की कार्रवाई, इलेक्शन को लेकर बढ़ी सक्रियता VARANASIमहात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कर्मचारी संघ को यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सोमवार को भंग कर दिया। संघ का कार्यकाल सन् ख्0क्फ् में ही समाप्त हो गया था। बावजूद वह तीन साल तक अस्तित्व में बने रहे। इसे देखते हुए रजिस्ट्रार ओम प्रकाश ने सोमवार को कर्मचारी संघ भंग कर दिया। दूसरी ओर भंग होने का आर्डर प्रसारित होते ही संघ नए इलेक्शन को लेकर कर्मचारी सक्रिय हो गए। कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का कार्यकाल एक साल के लिए होता है। संघ के संविधान इस बात का उल्लेख भी है। वहीं यूनिवर्सिटी में कर्मचारी संघ का इलेक्शन दस अक्टूबर सन् ख्0क्ख् में हुआ था। नियमत: पदाधिकारियों का कार्यकाल अक्टूबर ख्0क्फ् में ही समाप्त हो गया है। बावजूद संघ के पदाधिकारी इलेक्शन कराने से कतराते रहे। इसके देखते हुए कर्मचारियों का एक गुट ने संघ का चुनाव कराने के लिए सिग्नेचर कैंपेन स्टार्ट किया। करीब क्ख्0 कर्मचारी संघ का नया इलेक्शन कराने के पक्ष में सिग्नेचर किए। इस क्रम में कर्मचारियों ने संघ का नया इलेक्शन कराने के लिए गत दिनों रजिस्ट्रार को हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भी सौंपा था। ज्ञापन में संविधान का हवाला देते हुए संघ को भंग करने का अनुरोध किया गया था। ज्ञापन के आधार पर ही रजिस्ट्रार ने संघ को भंग करने का डिसीजन लिया।