-काशी विद्यापीठ शारीरिक शिक्षा विभाग के दो टीचर्स की नियुक्ति पर बवाल

-खुद पीएचडी नहीं दस शोधाíथयों को कराया रिसर्च, जांच की मांग

छात्रों के एक गुट ने सोमवार को अपना आंदोलन स्थगित किया। वहीं छात्रों के दूसरे गुट ने शारीरिक शिक्षा विभाग के टीचर्स डॉ। सुशील कुमार गौतम व बालरूप यादव की नियुक्ति पर सवाल खड़ा करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अंत में वीसी को संबोधित सहायक कुलसचिव हरिश्चंद्र को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें शारीरिक शिक्षा विभाग के दोनों टीचर्स की नियुक्तियों की जांच कराने की मांग की गई है। छात्रों का कहना है कि शारीरिक शिक्षा विभाग के दोनों अध्यापकों के खिलाफ तमाम आरोप है। डॉ। सुशील कुमार गौतम पर खुद पीएचडी न होने पर दस शोधाíथयों को पीएचडी कराने का आरोप है। वहीं बालरूप यादव पर एक साथ दो-दो संस्थानों में संविदा पर शिक्षण कार्य करने का आरोप है। दोनों अध्यापकों पर कई बार सवाल उठ चुका है। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। इससे संस्था की छवि धूमिल हो रही है। छात्रों ने जल्द जांच कर एक्शन की मांग की है। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री समीर कुमार मिश्रा, अंशु कुमार मिश्रा, अमन सिंह, सोनू शुक्ला, शशि राय, अमन सिंह, हर्ष सिंह, आशुतोष राय, प्रांजल यादव सहित अन्य छात्र शामिल थे।

शासन ने तलब की रिपोर्ट

शासन ने शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यापक डॉ। सुशील कुमार गौतम खुद पीएचडी न होने के बावजूद अपने निर्देशन पर दस शोधाíथयों कों पीएचडी कराने के प्रकरण में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के रजिस्ट्रार से रिपोर्ट मांगी है। इसकी शिकायत बिहार निवासी सुधांशु कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर की थी।

Posted By: Inextlive