बनारस में हाल के दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. गलन और हवाओं के चलने से पब्लिक ठंड से किसी तरह से बचने का प्रयास कर रही है. बुधवार को मैक्सिमम 17 और मिनिमम 08 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.

वाराणसी (ब्यूरो)सुबह और दोपहर बाद कड़ाके की ठंड और गलने से नागरिक परेशान दिखे। बुधवार को दोपहर बारह बजे के बाद सूरज ने निकला और सभी धूप सेंकने छत और बालकनी में दिखे। लेकिन आधे घंटे में ही सूरज बादलों की ओट में छिप गया। मौसम वैज्ञानिक एनएस पाडेंय के अनुसार 21 जनवरी के बाद बारिश और बूंदाबांदी के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ अपने साथ पहाड़ों से बर्फीली हवा लेकर मैदानी क्षेत्रों का रूख कर रही है। इससे शहर का पारा तेजी से गोता लगा रहा है। वाले तीन-चार दिनों तक कड़ाके की ठंड और गलन का सामना करना पड़ सकता है।

अलाव, हीटर, ब्लोवर का सहारा
शीत लहर और कड़ाके की ठंड से बचने के लिए शहरवासियों को अलाव, हीटर, ब्लोवर और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। उत्तर-पश्चिम हवाओं की रफ्तार में आगामी दो-तीन दिनों के बाद ही कमी आएगी। आगामी दो-तीन दिनों तक नागरिकों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है।

बारिश भी संभव
मौसम को लेकर वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय बताते हैं पश्चिम से चल रही बर्फीली हवाएं शीतलहर बनकर गलन बरपा रही हैं। यह 16 जनवरी को जम्मू-कश्मीर पहुंचे विक्षोभ ने इसमें और बढ़ोतरी कर दी है। इस इलाके में बादल छाने लगे हैं। इसके बाद 19 जनवरी को जो पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पहुंचा है, उसका प्रभाव शायद गुरुवार को देखने को मिले। इसकी वजह से गुरुवार को आसमान में बादलों की सघनता बढ़ सकती है। हवाएं यदि थमीं तो जमे बादल तापमान में कुछ वृद्धि करा सकते हैं और ये शुक्रवार-शनिवार तक बारिश भी करा सकते हैं।

Posted By: Inextlive