सावन में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ घटाने की तैयारी

-बाबा विश्वनाथ का होगा झांकी दर्शन, नहीं बढ़ेगा टिकट का दाम

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छह जुलाई से शुरू हो रहे सावन माह के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में भीड़ कम करने के लिए मंदिर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। शहर में नौ स्थानों पर स्मार्ट सिटी के यूनिपोल पर एलईडी के जरिए बाबा विश्वनाथ की आरती और दर्शन का लाइव प्रसारण होगा। वहीं टिकट लेकर बाबा का वीआईपी (सुगम) दर्शन हो सकेगा। हालांकि टिकट में कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है। सुगम दर्शन के साथ मंगला समेत सभी आरती का टिकट का रेट पुराना ही होगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दर्शनार्थियों को मास्क लगाना और हाथ सेनेटाइज करना जरूरी होगा। बुजुर्ग दर्शनाíथयों के लिए छह ई रिक्शा लगाए जाएंगे।

विश्वनाथ मंदिर के सीईओ गौरांग राठी के अनुसार शहर में नौ स्थानों पर एलईडी के माध्यम से काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह का लाइव प्रसारण कराने की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर में सुगम दर्शन के लिए हेल्प डेस्क से टिकट मिलेगा। सुगम दर्शन के बाद मिलने वाले प्रसाद के काउंटर भी बढ़ाए जाएंगे ताकि एक जगह पर ज्यादा भीड़ न हो। सभी आरती के टिकट भी ऑनलाइन लिए जा सकेंगे। इस बार किसी टिकट के रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है। यानी तीन सौ का टिकट लेकर सीधे बाबा का सुगमता से दर्शन किया जा सकेगा।

जलाभिषेक पर फैसला दो को होगा

सीईओ ने बताया कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में फिलहाल झांकी दर्शन की ही व्यवस्था रहेगी। जलाभिषेक की व्यवस्था को लेकर बातचीत चल रही है। दो जुलाई को अधिकारियों के साथ बैठक है। उस बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा। परंपराओं के निर्वहन का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। जलाभिषेक को लेकर यादव बंधुओं से भी बातचीत चल रही है। संख्या कम रखने पर यादव बंधु भी तैयार हैं।

सोमवार को चार रास्तों से प्रवेश

विश्वनाथ मंदिर से गोदौलिया तक के क्षेत्र को तीन जोन में बांटा गया है। सावन के सोमवार पर प्रवेश और निकास के लिए चार मार्ग होंगे। सावन के अन्य दिनों में प्रवेश और निकास तीन रास्तों से कराया जाएगा। मंदिर परिक्षेत्र में हर सौ मीटर पर सेनेटाइजेशन और हाथ धोने की व्यवस्था रहेगी। रेड जोन में हर दो गज पर पेंट से और ग्रीन व यलो जोन में चूने से गोल घेरा बनाया जाएगा। मंदिर परिसर संग आसपास के परिक्षेत्र को हर छ घंटे पर सेनेटाइजेशन किया जाना सुनिश्चित किया गया है।

एक दिन में 25 हजार

कोरोना से बचाव के लिहाज से सावन मास में संबंधित दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। भक्तों को सिर्फ बाबा का झांकी दर्शन मिलेगा। एक दिन में 25 हजार श्रद्धालुओं को यह सौभाग्य मिलेगा। हालांकि गर्भगृह के बाहर से गंगा जल चढ़ाने की व्यवस्था पर मंथन हो रहा है। परिसर में छह-छह फीट की शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जाएगा। पांच स्थानों पर हैंड फ्री सेनेटाइजर मशीन भी लगाई जाएगी।

पीडब्ल्यूडी कराएगा बैरिकेडिंग

मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए लोकनिर्माण विभाग बैरिकेडिंग कराएगा और शारीरिक दूरी के लिहाज से गोले बनवाएगा। असहायों व जरूरतमंदों के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था की जाएगी। परिसर में डॉक्टर कैंप व मैदागिन पर एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी।

गुलाबी रंग में दिखेगा मंदिर

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर जल्द ही पिंक नजर आएगा। इसका आभास मुख्य परिसर में ही हो जाएगा। इसकी चहारदीवारी चुनार के पत्थरों से सजाई जाने लगी है। इसके लिए दो दिन पहले राजस्थान से कारीगरों का आठ सदस्यीय दल बनारस आया और रविवार से काम की शुरूआत भी कर दी गई। दल बाउंड्री बनाने के साथ ही तीन द्वारों की चौखट को भी पूरी भव्यता से आकार देगा। इसके बाद इसमें फर्श पर मकराना मार्बल लगाया जाएगा।

Posted By: Inextlive