-बनारस की पहली कार्पोरेट ट्रेन को पीएम ने दिखायी हरी झण्डी

-दो ज्योर्तिलिंगों से सीधे जुड़ गए बाबा के शहर बनारस के लोग

-प्लेटफार्म पर शहनाई वादन व मंत्रोच्चार के बीच रवाना हुई ट्रेन

VARANASI

काशी से पहली कॉरपोरेट ट्रेन को पीएम मोदी ने दोपहर 1.48 बजे हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ का शहर बनारस उज्जैन में महाकाल और इंदौर में ओमकालेश्वर से सीधे जुड़ गया। यह ट्रेन एक साथ तीन ज्योर्तिलिंगों को जोड़ेगी। इसके पूर्व आयोजित समारोह के दौरान उपस्थित आईआरसीटीसी की निदेशक (टूरिज्म एंड मार्केटिंग) रजनी हसीजा ने बी-1 कोच में फीता काटकर औपचारिकता निभाई। पीएम नरेन्द्र मोदी को सुनने और उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले अतिथि व रेल कर्मचारियों के लिए प्लेटफार्म नंबर सात पर प्रोजेक्टर स्क्रीन लगाया गया था। समारोह में आईआरसीटीसी के सीआरएम अश्रि्वनी श्रीवास्तव, डीआरएम संजय त्रिपाठी, सीपीआरओ दीपक कुमार, एडीआरएम रवि प्रकाश चतुर्वेदी सहित अन्य रेल ऑफिसर मौजूद रहे।

स्पेशल गेस्ट को लेकर रवाना हुई ट्रेन

काशी-महाकाल एक्सप्रेस के उद्धाटन समारोह में अतिथियों के स्वागत का पारम्परिक अंदाज दिखा। हरी झंडी मिलते ही वेदपाठी छात्रों ने मंत्रोच्चार किया। वहीं प्लेटफॉर्म नंबर सात शहनाई वादन से गुंजायमान रहा। वीडियो लिंक के थ्रू दोपहर 1.48 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने जैसे ही हरी झंडी का इशारा दिया फूलों से सजी ट्रेन आगे रवाना हो गयी तो पूरा प्लेटफॉर्म हर हर महादेव के नारों से गूंज उठा। लोगों ने ट्रेन में सवार होने वालों पर पुष्प वर्षा भी की। हालांकि पहले दिन की यात्रा में आइआरसीटीसी के ऑफिसर्स, कर्मचारी, मीडिया प्रतिनिधियों के अलावा आइआरसीटीसी के विशेष पांच अतिथि जो रेलवे कर्मचारियों की फेमिली से जुड़े हैं सवार रहे।

पहले दिन प्रयागराज रूट से गई ट्रेन

पीएम मोदी के द्वारा कैंट स्टेशन वाराणसी से रवाना की गयी काशी महाकाल एक्सपे्रस वाया प्रयागराज, कानपुर के रास्ते उच्जैन को रवाना हुई। काशी से महाकालेश्वर की ये दूरी महाकाल एक्सप्रेस 19 घंटे में तय करेगी। इस ट्रेन को बनारस से प्रयागराज तक 110 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाया गया तो आगे कानपुर तक 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चली।

कमर्चारी संगठन को हाथ लगी विफलता

सरकार की नीतियों के खिलाफ उतरे कर्मचारी संगठन के लोगों ने कैंट स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। काशी-महाकाल एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह में खलल डालने का भी प्रयास किया। हालांकि स्टेशन बिल्डिंग में प्रवेश करने से पहले ही फोर्स ने उन्हें रोक लिया। मौके पर पहुंचे मण्डल कार्मिक अधिकारी को यूआरएमयू और एनआरएमयू के सदस्यों ने मांग पत्र सौंपा।

Posted By: Inextlive