Varanasi: संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के मुख्य भवन को पुराने स्वरूप में लाने में तीन साल का टाइम लगेगा. इस ऐतिहासिक भवन का जीर्णोद्धार दो चरणों में किया जाएगा. इसपर 16.57 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. एक्जिक्यूटिव काउंसिल ने इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर कल्चरल हेरिटेज इंटैक के प्रपोजल को शासन में भेजने का डिसीजन लिया है. वीसी प्रो. बीपी मिश्र की अध्यक्षता में शनिवार को एक्जिक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग हुई. इसमें ऐतिहासिक मुख्य भवन के जीर्णोद्धार के संबंध में इंटैक व कार्यदायी संस्था सीएनडीएस का प्रपोजल गवर्नमेंट को भेजने पर सहमति जतायी.


म्यूजियम सरीखा होगी बिल्डिंग इंटैक ने पहले चरण में कुल 10 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया है। फस्र्ट फेज में मुख्य भवन की छत, फर्श, लकड़ी के धरन व दीवारों को दुरूस्त किया जाएगा। वहीं सेकेंड फेज में डेढ़ वर्ष और लगने की संभावना जताई गई है। इसमें आंतरिक साज-सज्जा के अलावा मुख्य भवन को म्यूजियम सेटअप देने की बात गई गई है। इस प्रकार 161 वर्ष पुराने ऐतिहासिक भवन को सजाने-संवारने में कुल 16 करोड़ 57 लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी। मीटिंग में केके शर्मा, प्रो। रामकिशोर त्रिपाठी, प्रो। व्यास मिश्र, प्रो। जयप्रकाश नारायण तिवारी व  आईपी झा प्रेजेंट रहे।

Posted By: Inextlive