-कोरोना संक्रमण में रोजी-रोटी के संकट के साथ अब स्वास्थ्य का भी संकट

-अब लोगों को छोटी बीमारियों का भी मिल रहा है इलाज

केस-1

कोल इंडिया के सीनियर पर्सनल मैनेजर ने इलाज के लिए डीएम से गुहार लगायी। दो दिन पहले कोरोना की जांच के बाद चांदपुर के गंगा सेवा सदन नर्सिग मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मगर यहां सुविधाएं नहीं मिल रही थीं। ऐसे में दूसरे किसी अन्य हॉस्पिटल में एडमिट करने के लिए डीएम से रिक्वेस्ट की।

केस -2

नाटी इमली के रहने वाले एक व्यवसायी के बेटे को रात में पेट दर्द होने लगा। घर में रखी दवा दी पर उससे काम नहीं हुआ। घर वाले बगल में एक डॉक्टर्स के पास ले गये तो उन्होंने देखने से मना कर दिया। दर्द से कराह रहे बच्चे को लेकर परिजन कई जगह भटके पर इलाज नहीं मिला।

ये दो केस सिर्फ बानगी भर हैं ऐसे हालात का सामना लगभग हर कोई कर रहा है। बड़ी तो छोडि़ये छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी लोगों को भ्टकना पड़ रहा है। कोरोना के डर से डॉक्टर्स इलाज करने से कतरा रहे हैं। कई जगह चक्कर काटने के बाद उपचार मिल पा रहा है। यदि कोई इमरजेंसी हो जाये तो मुश्किल और बढ़ जा रही है। क्योंकि ज्यादातर हॉस्पिटल में ओपीडी लगभग बंद है। जहां चल भी रही है तो वहां सिर्फ सेलेक्टेड पेशेंट को एंट्री मिल रही है। आप भी जानिये क्या है इस समय हेल्थ डिपार्टमेंट का हाल और यदि आप भी ऐसी मुश्किल स्थिति में पड़ गये तो कैसे और कहां मिलेगा इलाज।

बड़े अस्पताल कोविड में तब्दील

बनारस में बीएचयू सहित डीडीयू, मंडलीय अस्पताल बड़े हॉस्पिटल हैं। बीएचयू में बनारस सहित पूर्चांचल बिहार तक के मरीज इलाज के लिए आते हैं। लेकिन जब से कोरोना वायरस ने एंट्री ली है तब से पूरा सिस्टम गड़बड़ा गया है। अस्पताल पूरी तरह से कोरोना मरीजों के लिए समर्पित हो गया है। सामान्य रोगियों के लिए ओपीडी खुल है मगर इलाज न के बराबर है। वहीं आम लोग कोरोना मरीजों के डर से यहां आने से कतरा रहे हैं।

डीडीयू और मंडलीय भी

बीएचयू के साथ दीन दयाल जिला अस्पताल और मंडलीय हॉस्पिटल में भी इलाज लगभग बंद है। डीडीयू में कोरोना मरीजों को एडमिट किया जा रहा है। जिसकी वजह से यहां इलाज बंद है। जबकि मंडलीय में ओपीडी चल रही है मगर बहुत कम लोगों को इलाज मिल पा रहा है। लिहाजा लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

प्राइवेट वाले भी हाथ खड़ा कर रहे

शहर में गली मोहल्ले में प्राइवेट हॉस्पिटल और डिस्पेंसरी है। मगर कोरोना के चलते कुछ बड़े हॉस्पिटल को छोड़ दें तो बाकी में इलाज बंद ही है। क्योंकि हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को डर है कि कहीं इलाज के दौरान संक्रमण फैल सकता है। वहीं स्टाफ भी काम करने से मना कर रहे हैं।

यहां करा सकते हैं इलाज

- यदि आपको आपात स्थिति में ट्रीटमेंट की आवश्कता है तो बीएचयू, मंडलीय हॉस्पिटल और ईएसआईसी में जा सकते हैं।

- सामान्य रोग के लिए आप सभी बड़े अस्पताल के ई ओपीडी में कॉल कर सकते हैं

- ई ओपीडी पर कॉल करने पर डॉक्टर्स आपको सजेशन देंगे

- सलाह के बाद आप दवा मेडिकल से ले सकते हैं

इन्हें घोषित किया गया कोविड

-सर सुंदरलाल अस्पताल बीएचयू -शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल

-डीडीयू जिला अस्पताल

-राजकीय आयुर्वेद अस्पताल, चौकाघाट

-राजकीय अस्पताल, डीएलडब्ल्यू

-पीएचसी शिवपुर

-पीएचसी रामनगर

शहर के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को अपनी ओपीडी शुरु करने के भी निर्देश दिए गए हैं। कोविड हॉस्पिटल को छोड़कर अन्य निजी अस्पतालों को भी अपनी ओपीडी सेवा शुरु करने को कहा गया है ।

डॉ वीबी सिंह, सीएमओ

Posted By: Inextlive