एक बार फिर बनारस नशे के कारोबार का हब बनता नजर आ रहा है. इस बार लाखों रुपये का कफ सिरप पकड़ा गया है जिसे कानपुर से असम व वेस्ट बंगाल भेजा रहा था

वाराणसी (ब्यूरो) बनारस के रास्ते फिर नशे की बड़ी सप्लाई का खुलासा हुआ है। दस दिन पहले सवा करोड़ रुपये का गांजा बनारस में पकड़ा गया था, जिसे पंजाब और उत्तराखंड भेजा जाना था। शुक्रवार को जीडी रोड पर फेंसेडिल सिरप से भरा ट्रक पकड़ा गया, जिसमें 4900 शीशी मिलीं। इनकी कीमत करीब साढ़े नौ लाख है। फेंसेडिल सिरप को अवैध रूप से असम व पश्चिम बंगाल भेजा जाना था। इस कफ सिरप का इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। इसके पहले भी कई बार बनारस में मादक पदार्थ बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है।

पश्चिम बंगाल व असम में जानी थी सीरप

ड्रग व कस्टम विभाग ने शुक्रवार को एक ऐसे ट्रक को पकड़ा, जिसमें करीब साढ़े नौ लाख की फेंसेडिल सिरप अवैध रूप से लदी थी। इस ट्रक में लदी सीरप पश्चिम बंगाल व असम में नशे के उपयोग के लिए भेजी आ रही थी। यह माल कानपुर से चला था। इसकी सूचना मिलने पर जब विभाग की टीम ने छापेमारी की तो यह जानकारी हुई। इस माल का बिल भी नहीं था। माल जब्त कर मालिक की तलाश शुरू कर दी गई है।

दुकानदार के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा

छापेमारी के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर एके बंसल, संजय दत्त के साथ ही करीब आधा दर्जन अधिकारी टीम में शामिल थे। बताया जा रहा है कि ट्रक नंबर यूपी78/सीटी1802 को जीटी रोड पर पकड़ा गया। इसमें 100-100 एमएल की फेंसाडील की 4900 शीशी थी। इसकी कीमत करीब साढ़े नौ लाख है। इस मामले में चालक से भी पूछताछ की जा रही है। इंस्पेक्टर एके बंसल ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। जांच पूरी होने के बाद दुकानदार के खिलाफ ड्रग एक्ट में मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। वहीं कस्टम विभाग कर व जुर्माना भी ठोंक सकता है। मालूम हो कि आरोप लगते रहे हैं कि फेंसाडील को लोग नशे के रूप में भी सेवन करते रहे हैं। इसे लेकर अक्सर ही विवाद होते रहे हैं।

Posted By: Inextlive