-आखिरी दिन नरेन्द्र मोदी सहित 37 लोगों ने वाराणसी सीट के लिए किया नॉमिनेशन

-बनारस सीट पर पहली बार 77 उम्मीदवारों ने की है चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी

-नहीं घटे उम्मीदवार तो EVM का बटन दबाने की जगह मुहर लगाकर देना होगा वोट

VARANASI: लोकसभा चुनाव के लिए वाराणसी संसदीय सीट पर नॉमिनेशन के छठवें और अंतिम दिन बीजेपी कैंडीडेट नरेन्द्र मोदी सहित कुल फ्7 लोगों ने पर्चा दाखिल किया। पहले ही यहां ब्0 लोग चुनाव लड़ने के लिए नॉमिनेशन कर चुके हैं। इस तरह वाराणसी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों की कुल संख्या 77 पहुंच गयी है जो बनारस सीट पर अब तक के चुनाव में पहली बार है।

इन्होंने भरा पर्चा

गुरुवार को अंतिम दिन नरेन्द्र मोदी के अलावा सर्व समाज कल्याण पार्टी के रामधनी पाल, भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के धुरंधर सिंह रघुवंशी, रमी पार्टी के खगेन्द्र चन्द्र पाण्डेय, निर्मल इंडिया पार्टी के मेराज खालिद नूर, सोहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बल्लू राजभर, भारत निर्माण पार्टी के शिवहरी अग्रवाल, आजाद क्रांति दल के परवेश कादिर खां, उपभोक्ता क्रांति पार्टी के बजरंग प्रसाद तथा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रामकरन पटेल, सर्वेश कुमार गुप्ता, लालजी राम, धनश्याम, प्रकाश प्रसाद, सतीश शंकर जायसवाल, संजय वशिष्ठ ब्रम्हचारी, नवरात्री जायसवाल, स्वामी डॉ। लक्ष्मी नारायण आचार्य, राजेन्द्र प्रसाद देवी दास, राजेन्द्र कन्नौजिया, राजन प्रसाद शर्मा, गोविन्द कन्नौजिया, नरेन्द्र शर्मा, नरेश राम, महेन्द्र भईया दीक्षित, उमेश चन्द्र गौड़, जानसन थामसन, इश्तियाक कौशिक, बच्चेलाल, प्रमोद कुमार, विंध्याचल पासवान, ओमप्रकाश मौर्य, मदन कुमार तिवारी, शिवकुमार शाह, गुरूशरण दास, ओमप्रकाश, एम्रोज डी। मेला ने नामांकन किया।

महामना के पोते बने प्रस्ताव

एडीएम-ई कोर्ट में नरेन्द्र मोदी ने अपना नॉमिनेशन चार सेट में दाखिल किया। उनके प्रस्तावकों ने मदन मोहन मालवीय के पोते जस्टिस गिरधर मालवीय, क्लासिकल सिंगर पद्मभूषण पं। छन्नूलाल मिश्रा, वीरभद्र निषाद तथा बुनकारी पेशे से जुड़े अशोक थे। इस दौरान पार्टी के यूपी प्रभारी अमित शाह, सीनियर लीडर रविशंकर प्रसाद, मुख्तार अब्बास नकवी मेनली प्रेजेंट थे।

फिर तो बैलेट पेपर से होगा मतदान

वाराणसी सीट पर मोदी के चलते चुनाव खास हो चला है। बुधवार को नॉमिनेशन के आखिरी दिन मोदी सहित कुल फ्7 लोगों ने पर्चा दाखिल किया। पहले से ब्0 लोग नॉमिनेशन कर चुके हैं। यदि एक भी पर्चा खारिज वापस या खारिज नहीं हुआ तो यहां चुनाव मैदान में 77 उम्मीदवार होंगे। चुनाव आयोग ईवीएम के जरिये मैक्सिमम म्ब् प्रत्याशियों के लिए चुनाव करा सकता है। म्ब् प्रत्याशियों की स्थिति में हर बूथ पर भ् ईवीएम की जरूरत होगी। मगर म्ब् से ज्यादा कैंडीडेट होने पर बैलेट पेपर के जरिये वोटिंग कराई जाती है। वाराणसी में कुछ ऐसे ही हालत बन रहे हैं। यदि उम्मीदवारों की संख्या म्ब् से कम नहीं हुई तो यहां लोगों को बटन दबाने की बजाय मुहर लगानी होगी।

Posted By: Inextlive