- एक सप्ताह में मांगी थी जर्जर भवनों की जानकारी

- अब तक नहीं मिली, दूसरी बार मांगी जानकारी

वाराणसी डीएम का आदेश भी नगर निगम के लिए बेअसर है। उसे जर्जर भवनों की सूची देने की फिक्र तक नहीं है। इससे नाराज होकर डीएम ने नगर आयुक्त को दोबारा पत्र लिखकर जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की जानकारी मांगी है और लेटलतीफी पर नाराजगी भी व्यक्त की है।

जिलाधिकारी ने एक जून को नगर आयुक्त को पत्र के जरिए जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही एक सप्ताह के अंदर पूर्ण कराने तथा दो दिन में जोनवार तकनीकी नोटिस देते हुए सूची उपलब्ध कराने को निर्देशित किया था। सात दिन गुजर गए लेकिन नगर निगम की ओर से जिलाधिकारी को जानकारी नहीं दी गई। जिलाधिकारी ने इसको गंभीरता से लिया है। उन्होंने पत्र के माध्यम से नगर आयुक्त को फिर जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण व नोटिस की कार्यवाही पूर्ण कराकर तीन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने को निर्देशित किया है। कहा है कि मानसून आ चुका है, इस बीच कोई दुर्घटना होती है तो संबंधित जोनल अधिकारी की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त को व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्यवाही शीर्ष प्राथमिकता के तहत पूर्ण कराए कराने पर विशेष जोर दिया ताकि भविष्य में दुर्घटना न हो। उन्होंने तीन दिन में सूचना देने के साथ जोनल अधिकारियों, अभियंताओं का उत्तरदायित्व तय करने की बात कही है।

Posted By: Inextlive