ये क्या! चेंजिंग रुम में बस गयी थी पूरी गृहस्थी
- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर का संज्ञान लेकर चेंजिंग रुम खुलवाने पहुंची नगर निगम की टीम
- ताला खुला तो चेंजिंग रुम का हाल देख दंग रह गयी टीम, अंदर बेड से लेकर चूल्हा और पंखा लगा मिला दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने घाटों पर महिलाओं के लिए बने चेंजिंग रूम में ताले बंद होने की खबर बुधवार को पब्लिश की। जिसको संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने पहुंची नगर निगम की टीम चेंजिंग रुम का नजारा देखकर दंग रह गयी। टीम ने बंद तालों को खुलवाया तो अंदर पूरी गृहस्थी बसी मिली। किसी में पंडे तो किसी में अराजक तत्वों का कब्जा था। ऐसा हाल अस्सी से लेकर राजघाट तक टीम को देखने को मिला। घाटों पर स्थित 10 चेंजिंग रूम में बंद तालों को खुलवाया गया तो कई में जमा गंदगी को साफ करने का आदेश दिया गया।पूरी गृहस्थी तो किसी में दुकान
महिलाओं को गंगा में नहाने के बाद सबसे बड़ी समस्या कपड़ा बदलने की ही होती है क्योंकि घाट पर चेंजिंग रूम पर ताला लटका रहता है जबकि चेंजिंग रूम कपड़े बदलने के लिए ही बनाए गए हैं। लेकिन विभाग की बेपरवाही के चलते ये शोपीस बन गए थे। लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए खास तरह के चेंजिंग रूम का फायदा घाट किनारे के लोग या अराजक तत्व कब्जा करके उठा रहे थे। दोपहर बाद कब्जा हटाने गई टीम ने चेंजिंग रूम को खाली कराना शुरू किया तो किसी में पूरी गृहस्थी मिली तो किसी में कब्जा कर दुकान खुला पाया गया।
हर घाट पर अतिक्रमणगंगा किनारे के लगभग सभी घाटों पर बने चेंजिंग रूम पर अतिक्रमण, अवैध कब्जे और लोगों द्वारा ताला बंद करने का मामला सामने आया। आई नेक्स्ट की खबर को नगर आयुक्त ने गंभीरता से लेते हुए इसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया। प्रवर्तन दल द्वारा अस्सी घाट से राजघाट तक बने चेंजिंग रूम को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। वहीं अवैध कब्जा किए लोगों को टीम ने बाहर किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा में हजारों लोग डेली डुबकी लगाने देश के कोने कोने से आते हैं। विशेष मौकों पर यहां लाखों लोग डुबकी लगाते हैं। यहां सबसे अधिक समस्या महिला श्रद्धालुओं को ही होती है। दरअसल गंगा स्नान के बाद महिला श्रद्धालु कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम की जब तलाश करती हैं तो उनको ताला बंद मिलता है। इसके बाद महिलाएं इधर-उधर भटकती हैं, चेंजिंग रूम में ताला बंद होने और उनके बदहाल होने पर उनको बीच घाट पर ही मजबूरी में कपड़े बदलने पड़ते हैं। इस समस्या को आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से उठाया।
जायका व स्मार्ट सिटी के तहत बने हैं चेंजिंग रूम अधिकतर घाटों पर जायका व स्मार्ट सिटी योजना के तहत महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। लेकिन दुर्भाग्य कि इन चेंजिंग रूम में ताला बंद है या तो वहां पर किसी ने कब्जा कर रखा है। घाट पर मौजूद कुछ साधु ने भी चेंजिंग रूम में कब्जा कर रखा था। आखिरकार इस मामले पर नगर निगम प्रशासन की नींद खुली और कार्रवाई की गई और चेंजिंग रूम को खाली करवाया गया। इनमें अस्सी, तुलसी, रीवां, राजेंद्र प्रसाद घाट, अहिल्याबाई घाट, राणा महल घाट सहित कई प्रमुख घाट शामिल रहे। प्वाइंट टू बी नोटेड -बनारस में गंगा किनारे महिलाओं के लिए बने हैं चेंजिंग रूम -सभी 84 घाटों में से स्नान वाले प्रमुख घाटों पर बने हैं चेंजिंग रूम -जायका व स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्नान वाले घाटों पर बने हैं 40 चेंजिंग रूम -नगर निगम ने 10 चेंजिंग रूम पर हुए कब्जे को मुक्त कराया -आगे कब्जा करने वालों को दी गयी चेतावनी-कब्जा करने पर लगेगा फाइन