-यूपी कॉलेज में याद मनी संस्थापक उदय प्रताप सिंह की 171वीं जयंती

-हॉकी खिलाड़ी ललित और कोच परमानंद किए गए सम्मानित

राजर्षि उदय प्रताप सिंह जूदेव में निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता थी। यही कारण है कि अंग्रेज भी उनसे घबराते थे। राजा होने के बावजूद उनकी आवश्यकताएं सीमित थी। वर्तमान में उनके सिद्धांतों व विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है। उक्त बातें मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ। एसके सिंह ने यूपी कॉलेज के केंद्रीय पुस्तकालय के वाचनालय कक्ष में शुक्रवार को आयोजित संस्थापक राजर्षि जूदेव की 171वीं जयंती समारोह में कही।

राजर्षि के व्यक्तित्व व कृतित्व का बखान करते हुए डॉ। एसके ने कहा कि ऐसे ज्ञानवान व दानवान देश में काफी कम हैं। उन्होंने अनाथों के लिए भिनगाराज अनाथालय की स्थापना की थी। समारोह में अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी व कॉलेज के पूर्व छात्र ललित उपाध्याय व उनके कोच परमानंद मिश्र को भी सम्मानित किया गया। स्वागत छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ। मनीष कुमार सिंह, संचालन ज्ञान प्रभा सिंह व धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डॉ। रमेश प्रताप सिंह ने किया।

Posted By: Inextlive