न अभियान बंद हुआ, न शहर में पॉलीथिन
वाराणसी (ब्यूरो)। प्रदेश में पॉलीथिन बैन को लेकर बनारस में बीते दिनों नगर निगम ने जोर-शोर से अभियान शुरू किया। शुरूआती दिनों में अभियान का असर भी दिखा और बाजार में दुकानों से पॉलीथिन गायब हो गया। दुकानदार लोगों से झोला लेकर आने की अपील भी करने लगे। जिसके पास झोला नहीं होता था उसे सामान ले जाने में भले दिक्कत हो, लेकिन पॉलीथिन नहीं मिलती थी। लेकिन समय बीतने के साथ ही अभियान ठंडा पड़ता चला गया। सावन आने के बाद तो एकदम से पॉलीथिन की बहार आ गई। इस समय हाल ये है कि सभी दुकानों पर धड़ल्ले से पॉलीथिन में सामान दिया जा रहा है.
सावन में रही धूमसावन में जहां बनारस में अनुमानत: 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु और दर्शनार्थियों का आना हुआ। सावन में भीड़ बढऩे से दुकानों पर ग्राहकों की संख्या भी बढ़ी और उनके पास झोला आदि की दिक्कत भी रही। ऐसे में बड़ी मात्रा में शहर में पॉलीथिन की सप्लाई हुई और एक बार फिर से ग्राहकों को पॉलीथिन में सामान मिलने लगा। अब इसे दबाव कहें या नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही की इस दौरान अभियान में थोड़ी नरमी ही रही। नतीजा ये हुआ कि सावन में जमकर पॉलीथिन का प्रयोग हुआ और हर तरफ पॉलीथिन फैला नजर आया.
पॉलीथिन में प्रसाद
नगर निगम की सख्ती के बाद दुकानदार कांवरियों और दर्शनार्थियों को प्रसाद पत्ते के दोने में देने लगे थे। बाद में जब भीड़ बढ़ी तो दोने का काम सिर्फ इतना रह गया कि उसमें प्रसाद लेकर लोग मंदिर में जाते थे और लौटकर दोना दुकान पर छोड़ प्रसाद पॉलीथिन में लेकर निकल जाते थे. अभियान में हुई कार्रवाई दिन-जब्त-जुर्माना 02 जुलाई-4 किलो-3600 04जुलाई-एक पिकअप-13550 06 जुलाई-एक सगड़ी-10000 08 जुलाई-5 किलो-3700 15 जुलाई-100 बोरी-50000 16 जुलाई-3 किलो-2650 18 जुलाई-1 ट्रक-57200 20 जुलाई-1 ट्रक-जुर्माना डिक्लेयर नही हुआ 21 जुलाई-आधा गाड़ी-102000 25 जुलाई-30 किलो-17200 26 जुलाई-2 किलो-2500 1 अगस्त-15 किलो-22900 2 अगस्त-7 किलो-7600 3 अगस्त-4 किलो-4600 4 अगस्त-2 किलो-2900 6 अगस्त -20 बोरी-28800 आम जनता सहयोग करे और प्लास्टिक का पूरी तरीके से बहिष्कार करे तभी पॉलीथिन पर पूरी तरह से रोक लग सकती है। अभियान अब भी चल रहा है और लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन पब्लिक सहयोग नहीं मिलने के कारण असर नहीं दिख रहा है। कर्नल राघवेन्द्र मौर्या, प्रभारी प्रवर्तन दल