अब फ्री में होगा निमोनिया का टीकाकरण
-प्राइवेट हॉस्पिटल में चार हजार के इंजेक्शन को शासन ने नियमित टीकाकरण में किया शामिल
-आठ अगस्त को प्रदेश के 56 जिलों में एक साथ लांच होगी यह वैक्सीन बनारस में नवजात शिशुओं को अब निमोनिया से होने वाले जान के खतरे से नहीं जूझना पड़ेगा। न्यूमोकोकल कांजुगेट की डोज अब बच्चों को सरकारी डोज के रूप में दी जाएगी। बच्चों को निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए सरकार ने पहली बार इस वैक्सीन को नियमित टीकाकरण में शामिल किया है। न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है। अधिकारियों की मानें तो प्रदेश के 19 जिलों में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पीसीवी वैक्सीन पहले से दी जा रही है। जबकि बनारस और चंदौली समेत प्रदेश के अन्य 56 जिलों में 8 अगस्त को इस टीके को लांच किया जाएगा। होगी वर्कशॉपशासन के निर्देशानुसार बनारस में पीसीवी वैक्सीन पर जल्द ही ब्लॉक-शहरी प्लानिंग यूनिट में वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिसमें राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों, यूनिसेफ, यूएनडीपी एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों द्वारा टीके से सम्बंधित विशेष जानकारी व प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इसके तहत ब्लॉक स्तरीय कोल्ड चेन होल्डलर, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रेंड किया जाएगा। इस कार्यशाला में इम्यूनाइजेशन से संबंधित अधिकारियों को शामिल किया जाएगा।
वैक्सीन की तीन डोज जिला इम्यूनाइजेशन अधिकारी की मानें तो न्यूमोकोकल कांजुगेट की तीन डोज इंजेक्शन के रूप में बच्चों को दी जानी है। पहला इंजेक्शन बच्चे को डेढ़ महीने यानी छह हफ्ते का होने पर पेंटा-1 लगेगा। दूसरा इंजेक्शन बच्चे को साढ़े तीन महीने यानी 14 हफ्ते का होने पर लगेगा जबकि तीसरा एमआर के साथ बच्चे के नौ महीने से 12 महीने यानी एक साल पूरे होने के बीच लगेगा। क्या है निमोनिया निमोनिया फेफड़ों में होने वाला इंफेक्शन है। यह वायरस या बैक्टीरिया के इंफेक्शन की वजह से होता है। इसके अलावा बॉडी में किसी परजीवी के कारण भी ये हो सकता है। ये कुछ दवाओं और अन्य बीमारियों के इंफेक्शन की वजह से भी हो सकता है। किसी भी उम्र में जानकार बताते हैं क निमोनिया किसी भी उम्र में हो सकता है। नियमित टीकाकरण में इस वैक्सीन को शामिल किए जाने से बच्चों को निमोनिया होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा। निमोनिया के लक्षण -निमोनिया होने पर फ्लू जैसे लक्षण महसूस होते हैं। -इसका मुख्य लक्षण खांसी है। -इसमें बच्चा कमजोर और थका हुआ महसूस करता है।-बुखार के साथ पसीना और कंपकंपी -सांस लेने में दिक्कत होती है या सांस तेज चलती है।
-भूख भी नहीं लगती -जी मिचलाना और उल्टी होना -दस्त लगना, पसीना आना, सिरदर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होना कैसे और कब लगेगा टीका -जन्म से एक साल की उम्र तक के बच्चों को टीके का तीन डोज -पहला टीका जन्म के छह सप्ताह पूरे होने पर -दूसरा टीका 14 सप्ताह पर -नौ महीने पर इसका बूस्टर डोज लगता है -एक लाख से ज्यादा बच्चों को लगेगा टीका। -इस टीके के बाद निमोनिया से होने वाली शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी -6 व 14 सप्ताह एवं एक साल तक के बच्चों को नियमानुसार पीसीवी-1 व पीसीवी-2 का टीका लगेगा। -नियमित टीकाकरण के चौथे अभियान में इसे शामिल करने का शासन का है आदेश न्यूमोकोकल कांजुगेट की डोज अब बच्चों को सरकारी डोज के रूप में दी जाएगी। सरकार ने पहली बार इस वैक्सीन को नियमित टीकाकरण में शामिल किया है। आठ अगस्त को इसे लांच किया जाएगा। इसे लेकर फिलहाल स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा रही है। डॉ। वीएस राय, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसीएमओ