वर्ष 1975-76 के सृजित पद के आधार पर चल रहा है नगर निगम आखिरी बार 1998-99 में हुई थी भर्ती आउटसोर्सिंग से चला रहे काम

वाराणसी (ब्यूरो)शहरों को स्वस्थ, समृद्ध, हरित एवं खुशहाल बनाए रखने के लिए पांचवें प्लानिंग ईयर के दौरान हर शहर में नगर निगम और नगर पालिका बनाने का कांसेप्ट आया। बनारस शहर को नगर निगम की कैटेगरी में रखने का प्रावधान किया गया। इंदिरा गंाधी की सरकार में बनारस नगर निगम का सर्वे आखिरी बार 1975-1976 में किया गया था। उस समय शहर की आबादी 12 लाख के करीब थी और उसी हिसाब से इंदिरा की सरकार ने नगर निगम के पदों का सृजन किया था। आज पदों के सृजन हुए 47 साल हो गए और नगर निगम के उतने ही पद हैं। यही नहीं 7319 में से 3609 पद ही भरे हैैं, जबकि 3710 पद खाली हैैं.

आबादी के हिसाब से पद नहीं

मौजूदा समय में बनारस शहर की आबादी 30 लाख से ज्यादा है और उसके हिसाब से पद ही नहीं हैं। कुल सृजित पदों में आउटसोर्सिंग पदों के जोडऩे के बाद भी पद पूरे नहीं हो रहे हैं, जो नगर निगम की कार्यशैली पर सवालिया निशान पैदा करता है। आखिर मैनपावर की कमी से जूझता नगर निगम कैसे एक बेहतर सेवा दे सकता है.

आखिरी भर्ती 1998-1999 में

बनारस को नगर निगम का दर्जा दिये जाने के बाद आखिरी भर्ती 1998-99 में कल्याण सिंह की सरकार में हुई थी। उस समय बनारस नगर निगम में भर्र्ती निकाली गई और भर्ती प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया था। इसके बाद से 23 साल हो गये हैं और नगर निगम वाराणसी के द्वारा कोई भर्ती नहीं निकाली गई। अब तो आउटसोर्सिंग पर आश्रित नगर निगम इस मद में भी खरा नहीं उतर रहा है। इसके भी स्टाफ पूरे नहीं हैैं.

आउटसोर्सिंग भर्ती 2008 में

नगर निगम में समूह ग और घ के कर्मियों की आखिरी भर्ती मनमोहन सिंह की सरकार में वर्ष 2008 में हुई थी। मनमोहन सरकार ने जब देखा कि बनारस शहर में गंदगी अंबार लगातार बना हुआ है तो तत्काल और फौरिया तौर पर आउटसोर्सिंग भर्ती निकालकर कुछ रोजगार दिये थे।

स्मार्ट सिटी के सपने पर लग न जाए बट्टï

सरकार ने अपने सेकेंड फेज में बनारस को स्मार्ट सिटी के रूप में डेवलप करने का प्लान तैयार किया। इसको देखते हुए सरकार ने विंग बनाया जो नगर निगम के साथ समन्वय बनाकर काम करेगी और शहर को स्मार्ट बनाएगी। लेकिन, मैनपावर की कमी देखकर स्मार्ट सिटी के सपने पर ग्रहण लगता हुआ दिखाई दे रहा है.

कर्मचारियों की स्थिति

सेवा-स्वीकृत पद-कार्यरत-रिक्त

केंद्रीय सेवा-130-89-41

अकेंद्रीय सेवा-3741-1605-2136

नियमित सफाईकर्मी-2320-964-1356

संविदा-1128-1052-76

कुल-7319-3710-3609

शासन द्वारा आखिरी भर्ती आउटसोर्सिंग की वर्ष 2008 में हुई थी। खाली पड़े पदों को भरने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है.

जगदीश कुमार यादव, संयुक्त नगर आयुक्त

नगर निगम और स्मार्ट सिटी विंग दोनों का काम शहर को डेवलप करना है। हमारे पास अपने खुद के पूरे स्टाफ हैं, जिनकी मदद से हम अपने टास्क को पूरा करते हंै.

शाकंभरी नंदन, पीआरओ, स्मार्ट सिटी विंग

Posted By: Inextlive