-प्रवासी भारतीय सम्मेलन में जबरदस्त होगी सुरक्षा

-मेहमानों की सिक्योरिटी में तैनात होंगे एक हजार जवान

-जवानों को पुलिस लाइन में दी जाएगी विशेष ट्रेनिंग

प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर केन्द्र और प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। मेहमानों की मेहमानवाजी या उनकी सुरक्षा में कोई कमी नहीं रह जाए इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। भारत की संस्कृति से प्रवासी भारतीयों को परिचित कराने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। वहीं सुरक्षा को लेकर जबरदस्त इंतजाम किए जा रहे हैं। 21 से 23 जनवरी के बीच आयोजित सम्मेलन में आ रहे 7000 प्रवासियों की सिक्योरिटी को लेकर पुलिस ने खास रणनीति बनाई है। इसके लिए एक हजार जवानों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। यानि सात मेहमान की सुरक्षा में एक जवान तैनात होगा। इसके अलावा पैरामिलिट्री और एटीएस के जवान भी मुस्तैद रहेंगे। पुलिस जवानों को ट्रेनिंग देने के लिए प्राइवेट एजेंसी को हायर किया गया है। पुलिस लाइन में एजेंसी के एक्सपर्ट्स कई फेज में पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देने के साथ ही काउंसलिंग भी करेंगे।

बोलेंगे फर्राटेदार अंग्रेजी

पंद्रह दिन तक चलने वाली पुलिसकर्मियों की स्पेशल ट्रेनिंग में अलग-अलग जगहों पर तैनात जवानों को शामिल किया जाएगा। खासकर वो जवान जिनकी अंग्रेजी फर्राटेदार है। इसके लिए पूरे यूपी से जवानों को चिह्नित किया जा रहा है। अदब और सलीके से बातचीत करने वाले अधिकतर पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर भी लिया गया है। बनारस में

काशी विश्वनाथ मंदिर के सुरक्षा पॉइंट, थाना और ट्रैफिक डिपार्टमेंट में तैनात जवानों को चुना जाएगा। पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग के साथ काउंसलिंग कर उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मलेन की अहमियत बताई जाएगी। पर्सनाल्टी डेवलेपमेंट के साथ-साथ नेचर बिल्डिंग के बारे में भी बताया जाएगा। पुलिस विभाग के मुखिया डीजीपी खुद प्रवासी सम्मेलन की तैयारियों पर नजर रखे हुए है।

कैमरे का बिछेगा जाल

मेहमानों के ठहरने के लिए ऐढ़े गांव में बसाए जा रहे है टेंट सिटी में सुरक्षा को लेकर मंथन चल रहा है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो प्रवासी सम्मेलन में सिक्योरिटी चाक-चौबंद बनाने के लिए शासन ने तीन करोड़ रुपये जारी किए है। ऐढ़े गांव में बन रहे टेंट सिटी व टीएफसी की सिक्योरिटी टाइट रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे का जाल बिछाया जाएगा। जिसके लिए स्थानों का चिह्निकरण शुरू हो गया है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी व एसपी क्राइम ज्ञानेंद्रनाथ ने सुरक्षा का जिम्मा उठाया है।

प्रवासी सम्मेलन को देखते हुए एक हजार जवानों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए एक प्राइवेट एजेंसी से बातचीत तय हो गई है। पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग भी होगी।

आनंद कुलकर्णी, एसएसपी

Posted By: Inextlive