ब्वायज हॉस्टल की कैपेसिटी होगी डबल बीएचयू वीसी ने दी अपनी मंजूरी छात्राओं के पेरेंट्स को स्टे करने की भी मिलेगी सुविधा


वाराणसी (ब्यूरो)बीएचयू में पढऩे के साथ ही कैंपस के ही हॉस्टल में रहने का सपना देखने वाली गल्र्स स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है। अब अगर आप यहां एडमिशन लेती हैैं तो कैंपस के हॉस्टल में जगह पाने के लिए बहुत ज्यादा जद्दोजहद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि छात्राओं को पर्याप्त संख्या में हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में बीएचयू प्रबंधन काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूनिवर्सिटी कैंपस में जहां 1200 छात्राओं के लिए एक नए गल्र्स हॉस्टल का निमार्ण चल रहा है, वहीं कैंपस में ही स्थित महिला महाविद्यालय (एमएमवी) में भी एक हजार छात्राओं की कैपिसिटी वाला हॉस्टल बनाया जाएगा। इसकी मंजूरी बीएचयू वीसी प्रो। सुधीर जैन ने कल हुई मीटिंग में दे दी है। इसके साथ ही वीसी ने यहां के ब्वॉयज हॉस्टल में फैसिलिटिज बढ़ाने के साथ ही उसकी कैपिसिटी को भी डबल करने की सहमति पर मुहर लगा दी है।

वर्तमान हॉस्टल से होगा डिफरेंट

एमएमवी कॉलेज की छात्राओं के लिए बनने वाला हॉस्टल वर्तमान हॉस्टल से डिफरेंट होगा। ये मॉडर्न फैसिलिटिज वाला हाईटेक हॉस्टल होगा। इसमें लार्जेस्ट रूम्स के साथ सोशल स्पेस, मेस, रीडिंग हॉल और हॉस्पिटल एरिया होगा। जहां हेल्थ से संबंधित सभी सुविधाएं भी मिलेंगी। सबसे खास बात ये भी है कि इस हॉस्टल में छात्राओं के पेरेंट्स के लिए भी स्टे करने की फैसिलिटी होगी। ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब किसी गल्र्स हॉस्टल में छात्राओं के पेरेंट्स के ठहरने की व्यवस्था होने जा रही है। अभी तक छात्राओं के पैरेंट्स जब भी उनसे मिलने के लिए आते हैं तो उन्हें होटल या लॉज में टहरना पड़ता है, इससे उन्हें काफी दिक्कत होती है। लेकिन इस हॉस्टल के बनने के बाद उनकी यह समस्या भी समाप्त हो जाएगी।

बीएचयू के इतिहास को भी संजोएंगे

महिला महाविद्यालय के मौजूदा विज्ञान और गृह विज्ञान भवनों के भी जीर्णोद्धार के प्रस्ताव को शामिल किया गया है। ये भवन स्थान और मॉडर्न फैसिलिटिज से जुड़ीं चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम होंगे। बेसिक स्ट्रक्चर को बेहतर करने के साथ ही नई सुविधाओं के विकास पर काम होगा। संसाधनों का किफायती इस्तेमाल और बीएचयू के गौरवपूर्ण विरासत को संजोने का भी काम होगा। मीटिंग में इन सब मुद्दों पर भी मंथन किया गया.

कैंपस में लिविंग ब्लॉक्स

वीसी ने बैठक कर विवि में अभी तक की प्रोग्रेस और फ्यूचर के एक्शन प्लान पर डिटेल में डिस्कशन किया। इस दौरान उन्होंने यूनिवर्सिटी कैंपस में अन्य कई फैसिलिटिज बढ़ाने को लेकर भी आदेश जारी किया है। इसमें एमएमवी गल्र्स हॉस्टल के अलावा भगवान दास हॉस्टल और राधाकृष्णन हॉस्टल का रेनोवेशन कर बेड की संख्या डबल करने के साथ कमच्छा कैंपस में एजुकेशनल और लिविंग ब्लॉक्स बनाने और भारत कला भवन में वीथिकाओं का मॉडर्नाइजेशन भी शामिल है। केमेस्ट्री डिपार्टमेंट की ऐतिहासिक विरासत वाली बिल्डिंग का रेनोवेशन और स्टूडेंट्स सेंट्रिक फैसलिटिज भी बढ़ाई जाएंगी.

एसएस हॉस्पिटल में बनेगा विश्राम सदन

बीएचयू सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के लिए विश्राम सदन बनाने पर भी वीसी ने अपनी मुहर ला दी है। इसके साथ ही ट्रॉमा सेंटर में बन रहे क्रिटिकल केयर को भी इसी साल पूरा कर लिया जाएगा। इसमें 20 बेड वाला बर्न्स आईसीयू भी होगा। वीसी ने कहा कि 60 साल पुरानी सीवेज और ड्रेनेज के साथ ही वाटर सप्लाई को दुरुस्त किया जा रहा है। इसके लिए एक सलाहकार की नियुक्ति भी कर ली गई है.

महिला महाविद्यालय की सुविधाओं का कायाकल्प होगा। हॉस्टल की कैपिसिटी को तकरीबन डबल किया जा सकेगा। विवि कैंपस में 1200 कैपिसिटटी वाले एक गल्र्स हॉस्टल का निर्माण चल रहा है। विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। क्राउड मैनेजमेंट और मंदिर की सजावट पर काम किया जाएगा.

प्रोसुधीर जैन, वीसी-बीएचयू

लंबे समय से यहां की छात्राओं के लिए एक और हॉस्टल की मांग की जा रही थी। पिछले साल भी इस पर चर्चा की गई थी। वीसी की मंजूरी मिलने के बाद नए और मार्डन हॉस्टल बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसके बनने से ज्यादा से ज्यादा छात्राओं हॉस्टल की सुविधा मिल सकेगी।

प्रोरीता सिंह, प्रिंसिपल-बीएचयू

Posted By: Inextlive