- पहले चरण में 50 बसें भी सीएनजी से होंगी संचालित

- कमिश्नर ने संभागीय परिवहन प्राधिकरण के साथ बैठक की

- 31 मार्च तक सीएनजी किट लगवाना होगा अनिवार्य

::: प्वाइंटर :::

10 सीएनजी स्टेशन हैं शहर में

05 हजार ऑटो के पास सिटी परमिट हैं

15 हजार से अधिक ऑटो शहर में चलते हैं

50 सीएनजी बसें पहले चरण में चलेंगी

576 बसें रोडवेज बेड़े में हैं

02 हजार से अधिक प्राइवेट बसें दौड़ रही हैं

120 सिटी बसें वाराणसी जनपद में चलती हैं

वाराणसी में पर्यावरण की सेहत सुधारने को लेकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब 1 अप्रैल से शहर में सिर्फ सीएनजी ऑटो को ही चलने की अनुमति होगी। इसके अलावा 50 बसें भी सीएनजी से संचालित होंगी। पेट्रोल और डीजल से चलने वाले ऑटो का संचालन शहर में नहीं होगा। डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो चालकों को 31 मार्च तक हर हाल में सीएनजी किट लगवाना होगा।

कमिश्नरी सभागार में गुरुवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने संभागीय परिवहन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान कमिश्नर ने आरटीओ और गेल इंडिया अधिकारियों को 1 अप्रैल से शहर में सिर्फ सीएनजी ऑटो के ही चलने के बारे में विशेष दिशा-निर्देश दिया है। साथ ही कमिश्नर ने पहले चरण में करीब 50 बसों को भी सीएनजी में कन्वर्ट करने को निर्देशित दिया है। बैठक में शहर के विद्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों के वाहनों को भी सीएनजी में बदलने पर मंथन किया गया।

शहर में मौजूद हैं सीएनजी स्टेशन

गेल के मुख्य प्रबंधक मार्केटिंग सुरेश तिवारी ने कहा कि इस समय वाराणसी में 10 सीएनजी स्टेशन चल रहे हैं। इनकी क्षमता एक लाख किलो सीएनजी प्रतिदिन से अधिक की है। जबकि इसकी तुलना में खपत मात्र 30000 किलो प्रति दिन ही हो रही है। एक ओर जहां पेट्रोल एवं डीजल के दामों में आग लगी हुई है तो वहीं सीएनजी काफी किफायती है।

42 प्रतिशत सस्ता है सीएनजी

गेल के मुख्य प्रबंधक मार्केटिंग सुरेश तिवारी के अनुसार वर्तमान में पेट्रोल 89.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.33 रुपये प्रति लीटर है। दूसरी तरफ सीएनजी की कीमत 57.50 रुपये प्रति किलोग्राम है। ऐसे में डीजल की तुलना में सीएनजी लगभग 42 प्रतिशत सस्ता है और पेट्रोल की तुलना में 55 परसेंट सस्ता है। सीएनजी एक किफायती ईंधन होने के साथ-साथ पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुकूल है।

Posted By: Inextlive