वाराणसी शहर के टाउनहाल में बने अंडर ग्राउंड पार्किंग स्थल का अधिक शुल्क बाइक चालकों के लिए मुसीबत बन गया है. इस व्यस्त एरिया में गली सडक़ और दुकानों के सामने अस्त-व्यस्त खड़े वाहनों को एक निश्चित स्थान पर पार्किंग के लिए टाउनहॉल का अंडर ग्राउंड पार्किंग बनाया गया ताकि राहगीरों को भीड़ और जाम की समस्या से निजात मिल सके. लेकिन उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है.

वाराणसी (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा डेवलप पार्किंग के स्टॉप में प्रति घंटे की दर से बढऩे वाले बेतहाशा किराया स्थानीय और अन्य शहरों से मेडिसिन, परचून, कपड़ा या अन्य वस्तुएं खरीदने आए लोगों को भारी पड़ रहा है। इनकी मानें तो जितना महीने भर का पेट्रोल का खर्च नहीं है, उतना पार्किंग का किराया है। ऐसी दशा में कौन स्थानीय व्यापारी और कस्टमर्स होंगे जो, अपने महीने की आधी कमाई पार्किंग को सौंप देंगे। चार पहिया वाहन चालकों को बेशक दिक्कत नहीं है, लेकिन दो पहिया वाले चालकों में आक्रोश दिख रहा है।

इतने मंहगे शुल्क
पार्किंग के मंहगे शुल्क से परेशान सप्तसागर, बुलानाला, नेहरू मार्केट के दवा व्यवसाई हाल ही में यूपी के मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी से मिलकर इस मामले से अवगत कराया और अपनी मांगों का ज्ञापन भी दिया। दवा व्यवसायियों की मांग हैै कि इन्हें साल के बारहों महीने मेडिकल दुकानें चलानी है। सुबह 11 बजे आते हैं और रात को 9 बजे घर जाते हैैं। ऐसे में स्थानीय पार्किंग में इतने मंहगे शुल्क को वहन करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। इनकी मंत्री नीलकंड तिवारी से मांग है कि दवा दुकान संचालक और स्टाफ के लिए दो पहिया वाहनों के लिए 500 और चार पहिया वाहनों के लिए 1200 रुपए प्रति माह के हिसाब से पास बनाया जाए। इससे की शहर को जाम से और पूर्वांचल की एकमात्र दवा मंडी का कार्य आसानी से चलता रहे। साथ ही अन्य जनपदों से आए बाइक चालकों का पार्किंग शुल्क भी कम किया जाए।

हाथी का दांत बन जाएगा पार्किंग
शहर का मैदागिन क्षेत्र अति व्यस्त इलाकों में शुमार है। यहां प्राय सभी प्रकार के सामानों की थोक मंडियां है। मैदागिन, बुलानाला, सप्तसागर, नेहरू मार्केट समेत आसपास के अन्य सटे इलाकों में पूर्वांचल के कई जनपदों से लोगबाग माल की खरीददारी करने आते हैं। पार्किंग का चार्ज अधिक होने से ये लोग जहां-तहां या दुकान के सामने ही अपने वाहन खड़ा कर सामानों की खरीददारी में जुट जाते हंै। इससे जाम की स्थिति भी पैदा हो जाती है। कभी-कभी तो वाहन चोरी भी हो जाते हैैं। ऐसे में टाउनहॉल के मंहगे पार्किंग शुल्क को कम किया जाए। सडक़ पर जाम की स्थिति नहीं बने और वाहन चोरी का भय समाप्त हो जाए।

बनारसी नहीं ले रहे रुचि
टाउनहॉल पार्किंग में बनारसी वाहन चालक रूचि नहीं ले रहे हैैं। इनका कहना है कि चार पहिया वाहनों के लिए ठीक है। लेकिन बाइक-स्कूटी का इतना चार्ज कौन भरेगा। चार्ज कम हो तो बात बने।

क्या कहते हैं स्मार्ट सिटी के पीआरओ शाकंभरी
सर्वे करके दो और चार पहिया वाहनों का पार्किंग शुल्क तय किया गया है। आने वाले दिनों मं अधिक शिकायतें मिलती है तो रेट कम करने का विचार किया जाएगा।

Posted By: Inextlive