-कैंट रेलवे स्टेशन के प्री-पेड टैक्सी बूथ से अनफिट कार का होता है संचालन

-जीआरपी के जिम्मे चल रहे बूथ से सुविधा शुल्क लेकर बिना डॉक्यूमेंट चेक किए दौड़ रहीं कारें

कैंट रेलवे स्टेशन के प्री-पेड टैक्सी बूथ से यदि आप कार की बुकिंग करा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। हो सकता है कि आपकी यह कार बीच रास्ते में ही खराब हो जाए या एक्सिडेंट कर जाए। यह पढ़कर आप चौंक गए होंगे। सोच रहे होंगे बूथ की ओर से चलायी जा रही कार खराब कैसे हो सकती है। क्योंकि इस बूथ का संचालन तो रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन के हाथ में है। लेकिन यह सच है, क्योंकि यहां से चलने वाली अधिकतर कारें अनफिट हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि आरटीओ की ओर जारी एम-परिवहन पोर्टल खुद यह बयां कर रही है।

पैसा दो नंबर दर्ज कराओ और चलाओ

कैंट रेलवे स्टेशन पर प्री-पेड टैक्सी बूथ के नाम पर बड़ा खेल चल रहा है। कहने को जीआरपी की निगरानी में प्री-पेड टैक्सी बूथ का संचालन हो रहा है। यहां प्रत्येक व्हीकल वेरीफाइड है और किराया भी फिक्स है। लेकिन ये सच नहीं है। यहां तो अलग ही व्यवस्था चल रही है। जिनका नंबर टैक्सी बूथ के डिस्प्ले बोर्ड पर दर्ज है उन नंबर की कार अनफिट है। यानी कि कार के फिटनेस व डाक्यूमेंट से रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन का कोई लेना देना नहीं है। पैसा दो अंदर आओ, सवारी भरो और खिसक लो वाला हिसाब चल रहा है।

बिना वेरीफिकेशन दौड़ रही कार

प्री-पेड बूथ से टैक्सी संचालित कराने वाला कौन है, कार का डॉक्यूमेंट सही है या नहीं, कब उसका फिटनेस हुआ है इससे जीआरपी का कोई लेना देना नहीं है। यही नहीं पैसेंजर बैठाने वाला टैक्सी ड्राइवर या मालिक कौन है? उसके पास आरसी और डीएल है या नहीं? ड्राइवर का वेरीफिकेशन है या नहीं? ये पूछने वाला भी कोई नहीं है। किस टैक्सी नम्बर पर किस व्यक्ति ने बुकिंग कराकर सफर किया, पैसेंजर को कहां जाना था और उसने कितना फेयर दिया? ये भी रिकॉर्ड यहां नहीं मिलेगा। इसी का नतीजा है कि यहां से रवाना होने वाले वाहन अक्सर बीच रास्ते में खराब हो जाते हैं या एक्सिडेंट कर लेते हैं। यही नहीं पैसेंजर्स आये दिन मिसबिहैव या ओवर चाíजग के शिकार भी हो रहे हैं।

प्रत्येक चक्कर पर 40 रुपये

सर्कुलेटिंग एरिया से संचालित होने वाले

टैक्सी के यहां से सवारी बैठाकर बाहर निकलने से पहले बकायदा शुल्क देना पड़ता है। यदि पैसा न दें तो वे कैंपस में घुस नहीं सकते। किसी तरह घुस गए तो फिर खैर नहीं। गाड़ी तक जब्त हो सकती है। फिलहाल अंदर से सवारी बैठाने के एवज में कार से प्रति चक्कर 40 रुपये वसूला जा रहा है। इसके अलावा रेग्यूलर सवारी बैठाने वाले कार ओनर को 12 सौ रुपये महीना भी जमा करना होता है। इसके अलावा डेली बेगारी भी करनी पड़ती है।

रजिस्टर्ड के आड़ में मनमानी

स्टेशन कैंपस में पैसेंजर्स की सुविधा के लिए सर्कुलेटिंग एरिया में रेलवे प्रशासन ने एयरपोर्ट की तर्ज पर दस साल पहले प्री-पेड टैक्सी बूथ शुरू किया था। बूथ के संचालन की जिम्मेदारी जीआरपी को सौंपी गयी। लेकिन यहां से संचालित होने वाली टैक्सी के रजिस्ट्रेशन का जिम्मा कमर्शियल डिपार्टमेंट को दिया गया। शुरुआत के एक साल तो स्थिति ठीक रही, लेकिन इसके बाद से टैक्सी ओनर यहां बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही सुविधा शुल्क देकर पैसेंजर्स ढोने लगे हैं। ये सिलसिला अब भी जारी है। वर्तमान समय में 55 टैक्सी यहां रजिस्टर्ड हैं। लेकिन इससे कहीं ज्यादा टैक्सी सवारियां भरती हैं। इनका पेपर न देखने के एवज में हर महीने सुविधा शुल्क जमा करना पड़ता है।

खतरे में पैसेंजर्स की जान

वाहन को टूल बनाकर आतंकी अपने मंसूबे को यहां अंजाम दे चुके हैं। कैंट स्टेशन की सिक्योरिटी को लेकर हेडक्वार्टर भले चिंतित हो, लेकिन स्थानीय रेल प्रशासन इससे बेखबर है। अगर पैसेंजर की चिंता होती तो आएदिन यहां से बुक होने वाली कार से घटना न होती। अनफिट होने के चलते वह बीच रास्ते में बिगड़ती भी नहीं। कुल मिलाकर बिना किसी फार्मेलिटी के कार का यहां से धड़ल्ले से संचालन हो रहा है। बदले में मोटी रकम वसूला जा रहा है। भले पैसेंजर की जान चली जाए।

इन कार में न बैठना

कार नंबर फिटनेस की वैलिडिटी

यूपी 65 डीटी 7865 13 सितंबर 2019

यूपी 65 बीटी 7001 30 जून 2019

यूपी 65 एटी 7287 28 जनवरी 2020

यूपी 65 एटी 6624 04 अक्टूबर 2020

यूपी 65 एटी 9466 04 फरवरी 2021

नोट--चेकिंग को लिए गए ये नंबर टैक्सी बूथ में लगे डिस्प्ले बोर्ड पर अंकित हैं।

लचर हो गई है व्यवस्था

-स्टेशन कैंपस में अवैध तरीके से टैक्सी के अलावा मैजिक और क्रूजर वाले भी भरते हैं पैसेंजर

-पासिंग ऑटो और टैक्सी को ही है स्टेशन की पाìकग में गाड़ी पार्क करने की अनुमति, लेकिन अवैध गाडि़यों वाले भी जमे रहते हैं

-रेग्यूलर सवारियां बैठाने वालों की एक अलग लिस्ट रहती है रेलवे पुलिस के पास जिससे होती है वसूली

-ये अनफिट कार स्टेशन के साथ ही पैसेंजर की सुरक्षा के लिए बने हैं बड़ा खतरा

-सभी को प्रत्येक टिप के लिए फिक्स चार्ज के अलावा मंथली सुविधा शुल्क के लिए रकम देना पड़ता है

::: कोट :::

प्री-पेड से संचालित कार की डिटेल की जांच करायी जाएगी। इनके डॉक्यूमेंट्स में गड़बड़ी मिलने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रवि प्रकाश चतुर्वेदी, एडीआरएम

कैंट रेलवे स्टेशन

Posted By: Inextlive