सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर नगर निगम चलाएगा अभियान दुकानदार बची पालिथीन चोरी-छिपे खपाने में जुटे

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर नगर निगम रेडी है। इसके लिए पूरी टीम जुट गई है। सिटी के दुकानदार भी बची पॉलिथीन चोरी-छिपे खपाने में लगे हुए हैं। सवाल यह है कि जब प्लास्टिक पूरी तरह से बैन हो जाएगा तो दुकानदार प्लास्टिक के विकल्प के रूप में किस चीज का इस्तेमाल करेंगे। आम लोगों को भी पता नहीं है कि प्लास्टिक बैन होने के बाद उन्हें किस तरह सामानों को घर लेकर जाना पड़ेगा या फिर पिछले वर्ष की तरह सिर्फ कागजी अभियान बनकर रह जाएगा.

विकल्पों पर बिना विचार लगाया बैन

मार्केट में तमाम ऐसे उत्पाद हैं जिनकी पैकेजिंग प्लास्टिक में ही संभव होती है। रोक लगा तो दी, लेकिन कहीं कोई तैयारी सरकारी व्यापारी या निर्माता स्तर पर नजर नहीं आ रही। व्यापारियों का कहना है कि बिना किसी तैयारी के प्लास्टिक और थर्माकोल बैन का दूसरा चरण लागू हो रहा है। ऐसे में व्यापारियों के चालान किए जाएंगे। सच्चाई ये है कि इनके पास या तो किसी विकल्प की जानकारी नहीं है या फिर किसी तरह का विकल्प उपलब्ध ही नहीं है। जिसका नतीजा ये निकलता है कि सरकारी आदेशों में छोटे और मध्यम व्यापारियों को पिसना पड़ता है.

शहर में बढ़ता प्लास्टिक का इस्तेमाल और वेस्टेज पृथ्वी पर सभी जीव-जंतुओं के लिए गंभीर संकट बन गया है। किफायती और इस्तेमाल में आसान प्लास्टिक धरती के जहर बन गया है। प्लास्टिक से उत्पन्न कचरा पानी के स्त्रोत यथा नदी, तालाब, कुआं और मिट्टïी में मिलकर नुकसान पहुंचाता है। भारी मात्रा में प्लास्टिक से उत्पन्न होने वाले कचरे का लैंडफिलो में निस्तारण किया जाता है। हवा के द्वारा प्लास्टिक के यह टुकड़े हानिकारक रसायन उत्पन्न करते है जोकि मिट्टी के गुण तथा उर्वरकता को नष्ट कर देता है। यह पेड़-पौधो के वृद्धि को भी प्रभावित करता है, इसके अलावा बेकार पड़े हुए प्लास्टिक से मच्छर और अन्य तरह के कीड़े उत्पन्न होते है जो कई तरह की बिमारिया फैलाते है। प्लास्टिक बैग और अन्य प्लास्टिक कचरे के गंगा में जाने से जलीय जीवों का जीवन संकट में पड़ जाता है। खुले में फेंके गए प्लास्टिक को आवारा मवेशी भी खी लेते हैैं.

व्यापारियों के सवाल

-क्या प्लास्टिक के सही विकल्प तलाश लिये गये हैं?

-क्या विभिन्न उत्पाद मसलन ज्वेलरी, सिले हुए कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान की पैंकिंग के लिए विकल्पों के बारे में सोचा गया?

-सामान की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाले वेदर प्रूफ, एयर प्रूफ, वाटर प्रूफ आदि कामों के लिये प्रयोग में लाये जाने वाली प्लास्टिक का कोई विकल्प खोज लिया गया है?

-क्या व्यापारियों को इनके संभावित विकल्पों के बारे में बता दिया गया है?

विभाग को पहले इसके विकल्पों पर विचार करना चाहिए था। जब तक ईमानदारी से सभी प्रबंध नहीं किया जाता, तब तक प्लास्टिक बैन बेमानी है। प्लास्टिक बैन के बाद चालान के नाम पर महज व्यापारियों का शोषण होगा और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल सकता है.

अशोक कसेरा, व्यापारी

पर्यावरण को सुरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। नगर निगम के इस कदम की सराहना करते हुए हमें इसके विकल्पों पर विचार करना चाहिए। हमने अपने व्यवसाय में इन चीजों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। कप, प्लेट चम्मच हम वही इस्तेमाल करेंगे जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे.

आशीष कुमार मौर्य, नागरिक

नगर निगम द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान छेड़ दिया गया है। शहर में दो स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से पब्लिक में पिक एंड प्लग और अवेयरनेस किया जा रहा है। सभी से अपील है कि प्लास्टिक किसी भी तरह से पर्यावरण को लाभ नहीं पहुंचाता है, सिवाय नुकसान के। लिहाजा, सभी नागरिक प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें और अपने पड़ोस में लोगों के बीच प्लास्टिक के नुकसान पर चर्चा भी करें.

दुष्यंत कुमार मौर्य, उप आयुक्त, नगर निगम

Posted By: Inextlive