पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव का संज्ञान लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की पूर्वांचल कमेटी ने रविवार को ऑनलाइन मीटिंग की। पूर्वांचल संयोजक की अध्यक्षता में आयोजित इस मीटिंग में सभी घटक संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान सरकार द्वारा निजीकरण के लिए किए जा रहे प्रयास को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ ही बिजलीकíमयों ने निजीकरण के विरोध में जल्द ही एक व्यापक आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। अगले आंदोलन के कार्यक्रम निर्धारित करते हुए निर्णय लिया गया कि मंगलवार को पीवीवीएनएल के एमडी को ज्ञापन देकर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।

जनता से छलावा

बैठक में पदाधिकारियों ने यह भी चेताया कि प्रबन्धन द्वारा इस महामारी के समय निजीकरण का मुद्दा उठाना बिजलीकíमयों से ही नही बल्कि आम जनता से भी छलावा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निजीकरण किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। निजीकरण आने वाले समय में किसानों, मजदूरों, आम जनमानस और मध्यमवर्गीय लोगों के लिए सबसे बड़े दुख का कारण बनने वाला है। बैठक में मायाशंकर तिवारी, एके श्रीवास्तव,नीरज बिंद, संजय कुमार भारती, राजेंद्र सिंह, सुनील कुमार यादव, अंकुर पाण्डेय, जीउत लाल, रमन श्रीवास्तव, अनिल कुमार, निखिल श्रीवास्तव, वीरेंद्र सिंह, आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। बैठक की अध्यक्षता चंद्रशेखर चौरसिया ने किया।

Posted By: Inextlive