सीएम के एक फरमान से फिर से चालू हो गए पॉवरलूम बिजली विभाग की सख्ती से बंद हो गए थे एक हजार लूम

वाराणसी (ब्यूरो)सीएम के एक आदेश से बनारसी साड़ी उद्योग को एनर्जी मिल गई। साथ ही बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलना शुरू हो गया। पिछले दौरे पर वाराणसी पहुंचे सीएम योगी के सामने बुनकरों का दर्द रखा गया था। बताया गया कि बुनकरों की बिजली काटने से पावरलूम नहीं चल पा रहे हैं। रोजी-रोटी का बड़ा संकट इनके सामने आ गया है। सीएम ने तुरंत कमिश्नर कौशल राज शर्मा से कहा कि बकाये की वजह से किसी बुनकर की बिजली काटी जाती है तो संबंधित कर्मचारी को दंडित किया जाए.

80 हजार पॉवरलूम

लोहता, बजरडीहा, कोटवा, मदनपुरा, पीलीकोठी, सरैया, बड़ी बाजार, रामनगर, सारनाथ, पांडेयपुर नईबस्ती, पतेरवा, करसड़ा, बेटावर, बछांव में अस्सी हजार से अधिक पॉवरलूम हैं। इससे करीब एक लाख परिवार जुड़े हैं। 2006 में प्रदेश सरकार ने पॉवरलूम संचालकों को सब्सिडी देने की घोषणा की। इसके तहत एक किलोवाट तक के लिए 75 रुपये बिल शुरू हुआ, जो 2020 तक बढ़कर तीन सौ रुपये हो गया। यही तय रेट पॉवरलूम संचालक बिजली बिल जमा करते थे, लेकिन इसके बाद बिना किसी शासनादेश के बिजली विभाग कामर्शियल रेट पर बिल लेने के लिए दबाव बनाने लगा।

एमडी का आदेश बेअसर

बिजली विभाग की मनमानी व कामर्शियल रेट पर बिल लेने की वजह से पॉवरलूम संचालकों की दिक्कतें बढऩे लगीं। बकाया होने पर कनेक्शन भी काट दिए गए। इसके चलते हजारों की संख्या में पॉवरलूम बंद हो गए। साथ ही बेरोजगारी भी बढऩे लगी। इसे लेकर काफी हो हल्ला शुरू हुआ। इसी बीच कोरोना आ गया। स्थिति सामान्य होने पर करीब नौ महीने पहले बुनकर नेता तुफैल अंसारी ने पूर्वांचल विद्युत निगम के एमडी से बात कर सब्सिडी बहाल कराई। बावजूद इसके मनमानी पर लगाम नहीं लगी। बिजली विभाग पुराने आदेश को दिखाते हुए कार्रवाई को अपनी मजबूरी बता रहा था।

बिजली विभाग की मनमानी के चलते पॉवरलूम संचालकों के सामने आत्मदाह जैसी स्थिति आ गई थी, लेकिन सीएम के आदेश से काफी राहत मिली है। इससे साड़ी कारोबार को एनर्जी के साथ युवाओं के हाथ में रोजगार आ गया है।

सरदार मकबूल हसन

बिजली विभाग की मनमानी को लेकर उपकेंद्र से लेकर एमडी तक लड़ाई लड़ी गई। सब्सिडी रेट लेने का आदेश भी कराया गया। अब सीएम के हस्तक्षेप से सारा संशय खत्म हो गया है।

तुफैल अंसारी

कोरोना की वजह से कारोबार काफी डाउन हो गया था। ऐसे में कमर्शियल रेट पर बिजली बिल के दबाव से कई पॉवरलूम बंद हो गए थे। सीएम के आदेश से एक बार फिर साड़ी कारोबार को गति मिलेगी।

हाजी रिजवान

बिजली विभाग की मनमानी पर लगाम जरूरी था। काफी हो-हल्ला करने के बाद पॉवरलूम संचालकों की कोई नहीं सुन रहा था। देर ही सही सीएम ने हम लोगों का दर्द समझा। उम्मीद है कि आगे भी हमारी मांगों पर ध्यान रखा जाएगा.

हाजी रहमातुल्ला

सीएम ने बुनकरों की बिजली नहीं काटने का निर्देश दिया है। इसकी जानकारी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक को दे दी गई है। अब बकाये के चलते पॉवरलूम संचालक का बिजली कनेक्शन नहीं काटा जाएगा।

कौशल राज शर्मा, कमिश्नर

Posted By: Inextlive