- भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ के विकास का खींचा गया खाका

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दिनों बाद मिलेगा फाइनल डीपीआर

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विभागों ने आíकटेक्ट व निर्माण एजेंसी को दिए सुझाव

ऐतिहासिक महत्व वाले भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ में प्रो-पूअर योजना को आकार देने के लिए 13 विभागों की लम्बी बैठक कमिश्नरी सभागार में चली। इस दौरान सभी विभागों ने अपने-अपने स्तर से बेहतर सुझाव आíकटेक्ट ज्योतिमित्रा व निर्माण एजेंसी केके कंस्ट्रक्शन को दिए। बैठक में पर्यटक सुविधाओं पर जोर देते हुए पूरा विकास का खाका खींचा गया। पयर्टन राज्यमंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी, कमिश्नर दीपक अग्रवाल व विश्व बैंक के टीम की मौजूदगी में नगर निगम, विकास प्राधिकरण, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल निगम समेत सभी 13 विभागों के अधिकारियों ने समग्र विकास के लिए अपने-अपने स्तर से सुझाव दिए।

हेरिटेज महत्व पर छेड़छाड़ नहीं

ईपीसी मोड में होने वाली इस योजना का पूरा खाका खींचा गया। मंत्री नीलकंठ तिवारी ने 15 दिनों के भीतर डीपीआर बनाकर पेश करने को कहा। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि कोई भी विकास कार्य होगा, लेकिन उसमें हेरिटेज महत्व के किसी भी मामले में छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। उन्होंने जल्दी से काम शुरू कराने की ताकीद करते हुए कहा कि योजना में पर्यटकों के सुविधा केंद्रों के अलावा स्थानीय लोगों के व्यापार को खास तवज्जों मिलनी चाहिए। ताकि यहां के लोगों के जीवन स्तर में आमूल-चुन परिवर्तन आए।

एप्रोच मार्ग को आकर्षक बनाया जाए

डीएम कौशलराज शर्मा ने कहा कि हर मंदिर के एप्रोच मार्ग को आकर्षक बनाया जाए। वहीं वीडीए वीसी ईशा दुहन ने बताया कि विभिन्न देशों से आने वाले पर्यटकों की सुविधा का खास ख्याल रखते हुए पाìकग, लाइटिंग, स्ट्रीट लाइट, शौचालय आदि की सुविधाओं पर चर्चा हुई। सभी विभागों ने अपने-अपने स्तर से सुझाव दिए। सभी सुझावों को एकीकृत करते हुए समग्र प्लान बनाने का निर्देश आíकटेक्ट को दिया गया है। 15 दिन बाद फाइनल डीपीआर बनेगा, जिसके बाद काम को गति दी जाएगी।

Posted By: Inextlive