जालौन जिले के ब्यौना राजा कोच कैलिया के रहने वाले चिरौजी लाल पाल का बेटा दीपक पाल बनारस के रोहनिया क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर रहता था। वह शहर में गोलगप्पा बेचकर अपने साथ परिवार का खर्च वहन करता था। इधर, कोविड काल में लॉकडाउन लगते ही उसका काम ठप पड़ गया। सभी घरों में कैद हो गए, वह भी घर पर ही रहने लगा। इसी दौरान बगल के ही मकान में रह रही एक लड़की से बातचीत शुरू हुई और दोनों में प्यार हो गया। धीरे-धीरे प्यार चढ़ा तो इसी वर्ष 11 जनवरी को दोनों ने एक दूसरे संग जीने मरने का फैसला कर लिया। प्यार में पागल लड़की 12 जनवरी को घर से सामान खरीदने के बहाने निकली और दीपक के साथ फरार हो गई। इधर परिजनों को दोनों पर शक तो जरूर था, लेकिन बेटी ऐसा कदम उठाएगी यह नहीं सोचा था। इधर, जब वह घर लौट कर नहीं आई तो दूसरे दिन परिजन रोहनिया थाने पहुंचे और दीपक के खिलाफ तहरीर दी।

बनारस पहुंचते ही पुलिस ने पकड़ा

पुलिस ने लड़की के पिता के बयान पर युवक के ऊपर अपहरण, धमकी देने और पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने सख्ती दिखाई और युवक दीपक के परिवार पर दबाव बढ़ाया। इसपर परिजनों ने युवक को बनारस में लड़की से शादी करने का वादा किया। झांसे में आकर दीपक लड़की के साथ रविवार को बनारस आ गया। वहीं बनारस पहुंचते ही चांदपुर चौराहे के पास से पुलिस ने करीब 12 बजे दोनों को पकड़ लिया।

बनारस से दोस्त के पास दीपक पहुंचा रोहतक

दीपक ने बताया कि बनारस से रोहतक ट्रेन से अपने एक दोस्त के पास पहुंचा। उम्मीद थी कि वह मदद जरूर करेगा। वह जब हरियाणा के रोहतक में दोस्त के पास पहुंचा और अपनी बात रखी तो उससे पूरी मदद की। एक कमरा दिलाया जिसमें वह रहने लगा। उसने कोर्ट मैरेज का प्रयास किया, लेकिन लड़की के नाबालिग होने से बात नहीं बनीं।

कोट:

पीडि़त की तहरीर पर दीपक के खिलाफ अपहरण, धमकी देने के अलावा पास्को एक्ट के तहत मुकदमा रोहनिया थाने पर दर्ज किया गया था। रविवार को दोनो पकड़े गए है। दोनों का बयान दर्ज किया गया है।

डॉ। राकेश कुमार मिश्र

सीओ, सदर

Posted By: Inextlive