पीवीवीएनएल ला रहा प्रीपेड स्मार्ट मीटर स्कीम 27 महीने में बनारस समेत पूरे पूर्वांचल के 27 लाख घर हो जाएंगे प्रीपेड स्मार्ट मीटर से लैस


वाराणसी (ब्यूरो)बिजली कंज्यूमर्स के लिए यह जरूरी खबर है। बिजली बिल न भरने वाले, बिजली चोरी कर लाइनलॉस बढ़ाने वाले कंज्यूमर्स की मनमानी अब नहीं चलेगी। क्योंकि आने वाले दिनों में पोस्टपेड मीटर से बिजली नहीं मिलेगी। दरअसल, अब बनारस समेत पूरे पूर्वांचल के घरों में पोस्टपेड मीटर हटाकर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) की ओर से सारी तैयारियां कर ली गई हैं। पीवीवीएनएल की ओर से सर्वे का काम पूरा होने के बाद टेंडर के तहत चुनी गई कार्यदायी संस्था जीएमआर से मीटर लगाने के एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जीएमआर मार्च की शुरुआत से घरों में मीटर लगाना शुरू कर देगी.

1 मार्च से डोर टू डोर पहुंचेंगे अफसर

पीवीवीएनएल की ओर से पूरे पूर्वांचल में 77 लाख पोस्टपेड मीटर को प्रीपेड स्मार्ट मीटर में बदल दिया जाएगा। इसमें वाराणसी मंडल के तहत वाराणसी जोन में कुल 24.5 लाख, गोरखपुर व बस्ती जोन में 26 लाख और प्रयागराज जोन में 23 लाख कंज्यूमर्स के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए एक मार्च की तारीख तय है। यानी 1 मार्च से बिजली विभाग के अधिकारी घर-घर पहुंचने लगेंगे.

आगे है यूपी

बता दें, पॉवर कॉरपोरेशन ने मार्च 2025 तक सभी कंज्यूमर्स के घर स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य टेंडर पाने वाली कंपनियों को दिया है। पूरे यूपी में 2.69 करोड़ कंज्यूमर मीटर, 15.26 लाख डीटी मीटर तथा करीब 20 हजार फीडर पर मीटर लगाए जाने हैं। स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को पूरा करने में यूपी देश के अन्य राज्यों से आगे है.

मोबाइल एप से कर सकेंगे कंट्रोल

नए प्रीपेड मीटर को कंज्यूमर बिजली निगम के एप के जरिए कंट्रोल कर सकते हैं। निगम के अधिकारियों के मुताबिक कंज्यूमर जब घर में रहेंगे, तब इसे ऑन रख सकेंगे। घर से बाहर जाने पर इसे बंद करना होगा। इसकी मदद से उपकरणों की निगरानी की जा सकेगी। फॉल्ट होने पर दूसरे स्थान से ही मीटर से बिजली आपूर्ति को ऑन या फिर ऑफ किया जा सकेगा.

ऐसे चलेगा पूरा सिस्टम

प्रीपेड मीटर में एक छोटा सा मॉडम लगा रहेगा। इसे सर्वर के साथ-साथ कंज्यूमर के मोबाइल से कनेक्ट कर दिया जाएगा। कंज्यूमर को पता रहेगा कि उनके पास कितना बैलेंस है। रीचार्ज खत्म होने से पहले ही फोन पर बैलेंस रीचार्ज करने का मैसेज चला जाएगा। प्रीपेड मीटर की रीडिंग को बिना लोकेशन पर गए सर्वर रूम या ऑफिस में बैठकर कंप्यूटर से देखा जा सकेगा.

हाई टेक्नोलॉजी से लैस है मीटर

नोडल ऑफिसर इंद्रजीत कुमार ने बताया, स्मार्ट प्रीपेड मीटर हाई टेक्नोलॉजी से लैस है। घरों में इस मीटर के लगाए जाने के बाद बाइपास बिजली, मीटर से छेड़छाड़ जैसे कार्य नहीं किए जा सकेंगे। यदि कोई कंज्यूमर ऐसा करने का प्रयास भी करेगा तो मीटर से सीधे इससे संबंधित मैसेज विभाग के कंट्रोल रूम को मिल जाएगा.

मोबाइल जैसा सिस्टम

स्मार्ट प्रीपेड मीटर से कंज्यूमर ठीक वैसे ही बिजली का लाभ उठाएंगे, जैसे मोबाइल रिचार्ज कराकर बातचीत करने या इंटरनेट सेवा के लिए लाभ उठाते हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर कंज्यूमर के सीधे मोबाइल से जुड़ा होगा। उन्हें डेली इसकी जानकारी होती रहेगी कि वह कितने यूनिट व कितने रुपये की बिजली इस्तेमाल की जा चुकी है.

बिजली नहीं होने की भी मिलेगी सूचना

रिचार्ज समाप्त होने से पहले ही जहां कंज्यूमर के मोबाइल पर पहले ही मैसेज मिल जाएगा। वहीं, आज बिजली नहीं रहेगी, इतने से इतने बजे या घंटे तक बिजली नहीं रहेगी, इस तरह की सूचनाएं भी कंज्यूमर को मोबाइल पर मिलती रहेंगी.

प्रीपेड स्मार्ट मीटर के फायदे

1. स्मार्ट मीटर को फोन से रीचार्ज कर सकेंगे। बिना रीचार्ज किए बिजली नहीं जला पाएंगे.

2. प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी पर बहुत हद तक अंकुश लगेगा.

3. रीचार्ज प्लान के मुताबिक बिजली की खपत होगी। बिजली की खपत नहीं, तो कोई बिल नहीं.

4. कंपनी को एडवांस में धनराशि मिलेगी। कंज्यूमर को भी गलत व टेबल बिलिंग से राहत मिलेगी.

5. गलत बिल को ठीक कराने के लिए कंज्यूमर को बिजली विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

77 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने हैं पूरे पूर्वांचल में

24.5 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेंगे वाराणसी जोन में

26 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेंगे गोरखपुर जोन में

23 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेंगे प्रयागराज जोन में

27 माह में हर घर में मीटर लगाने का लक्ष्य

पावर कारपोरेशन की मंशा के अनुसार पोस्टपेड के कांसेप्ट को समाप्त कर प्रीपेड मीटर को प्रयोग में लाना है, ताकि बिजली चोरी और बकाया से हो रही राजस्व की हानि को रोका जा सके। चुनी गई कार्यदायी संस्था से मीटर लगाने के एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अगले माह से मीटर लगना शुरू हो जाएगा.

एपी शुक्ला, चीफ इंजीनियर पीवीवीएनएल

बनारस समेत पीवीवीएनएल के सभी जिलों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। यहां सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अब प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया चल रही है। जीएमआर कंपनी को एलओआई जारी की है। जल्द ही एग्रीमेंट किया जाएगा। आने वाले महीने से मीटर लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा.

इंद्रजीत कुमार, नोडल ऑफिसर-प्रीपेड स्मार्ट मीटर

Posted By: Inextlive