- रोक के बावजूद सिटी में घूमते दिखे दस साल से छोटे बच्चे

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कई इलाकों का किया रियलिटी चेक

वाराणसी में तेजी से फैल रही कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने दस साल तक के बच्चों और बुजुर्गो को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा रखी है। इसे लेकर शहर के लोगों में कितना डर है या कितना पालन कर रहे हैं, इसकी हकीकत जानने के लिए सोमवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर के प्रमुख बाजारों में रियलिटी चेक किया। हर जगह पैरेंट्स की लापरवाही साफ दिखी। कहीं स्कूटी, कहीं पैदल तो कहीं रिक्शा पर बच्चों के साथ पैरेंट्स दिखे। हालांकि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी ने मास्क लगा रखा था, लेकिन डीएम के आदेश का पालन तो दूर इसे लेकर पैरेंट्स के अंदर डर भी नहीं दिखा। वहीं कई जगह उम्रदराज लोग भी बाहर खूघते दिखे।

स्थान : गौदोलिया-दशाश्वमेध रोड

समय : दोपहर 1 बजे

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम सोमवार दोपहर गौदोलिया-दशाश्वमेध रोड पहुंची। जहां पर टीम 20 मिनट तक रुकी रही। इस दौरान कई पैरेंट्स दस साल के कम उम्र के बच्चों के साथ दिखे। कई महिलाएं कपड़ा दिलाने के लिए बच्चों को बाजार लेकर पहुंची थीं। पूछने पर बताया कि कपड़ा पंसद कराने के लिए बच्चों को साथ लेकर आई हूं। वैसे सभी ने मास्क लगा रखा था।

स्थान : गौदोलिया-बांसफाटक रोड

समय : दोपहर 1.30 बजे

गौदोलिया के बाद टीम बांसफाटक रोड पर पहुंची। यहां भी स्कूटी पर बच्चों को बैठकर कई पैरेंट्स आते-जाते दिखे। जो अधिकतर लोगों से टच होने के कारण संपर्क में आए। कई महिलाओं ने बच्चे को गाड़ी पर छोड़कर खुद सामान की खरीदारी में जुट गई। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर होने के कारण इस रोड पर अक्सर भीड़ रहती है, जिससे संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। डीएम के आदेश के बारे में पूछने पर वह टाल गई। बिना कुछ जवाब देते आगे बढ़ गई।

स्थान : चौक रोड

समय : दोपहर 2 बजे

बांसफाटक के बाद आई नेक्स्ट की टीम चौक पहुंची। जहां रोड पर पब्लिक की आवाजाही लगातार जारी रही। इसी भीड़ के बीच कई महिलाएं पैदल ही अपने बच्चों का हाथ पकड़कर आती-जाती दिखीं। हालांकि अधिकतर बच्चों ने मास्क लगा रखा था। बावजूद इसके कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। इस रोड पर चौक थाना और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात दिखी, लेकिन कोई पुलिस वाले ने किसी को रोका या टोका नहीं।

स्थान : नई सड़क चौराहा

समय : दोपहर 2.30 बजे

चौक में पैरेंट्स की लापरवाही देखने के बाद टीम सबसे व्यस्त चौराहा नई सड़क पहुंची। चौराहे के पास कपड़ा मार्केट होने के कारण पूरे इलाके में जर्बदस्त भीड़ रही। इसी भीड़ के बीच एक महिला अपनी बच्ची को लेकर खरीदारी करने के लिए पहुंची। बच्ची के चेहरे पर मास्क भी नहीं दिखा। ऐसी स्थिति में भगवान ही बच्ची को कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं। इसके अलावा कई महिलाएं बच्चों को लेकर खरीदारी करने पहुंची थी। पाबंदी के बारे में पूछने पर भड़क गई।

आम लोगों के सहयोग से ही कोविड-19 महामारी से जंग जीती जा सकती है। बच्चों और बुजुर्ग के स्वास्थ्य को लेकर प्रशासन गंभीर है, लेकिन पैरेंट्स नहीं। यह बहुत ही गंभीर मामला है। इस संबंध में पूरे शहर में अभियान चलाकर सख्ती बरती जाएगी।

-कौशल राज शर्मा, डीएम

Posted By: Inextlive