रेस्टोरेंट लिफ्ट स्क्लेटर और रेस्ट रूम की सुविधाएं मिलेंगी गंडोला में सेफ्टी के हाईटेक फीचर भी

वाराणसी (ब्यूरो)धर्म एवं सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी अब स्मार्ट ही नहीं, बल्कि आधुनिक और हाईटेक सिटी के ट्रैक पर तेज रफ्तार से दौडऩे लगी है। विदेशी एयरपोर्ट पर मिलने वाली विश्वस्तरीय सुविधाएं अब शहर में पांच जगहों पर बनने वाले रोपवे स्टेशनों पर भी मिलेंगी। रोपवे से सफर करने वाले पर्यटकों के साथ शहर के लोगों को रोपवे स्टेशनों पर एंट्री करते ही लिफ्ट, स्वचालित सीढिय़ां, लैगेज स्कैनर, आटोमैटिक गेट, आटोमैटिक टिकट मशीन, एटीएम, रेस्टोरेंट, रेस्ट रूम के अलावा कई हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी। यही नहीं, गंडोला के अंदर बैठने पर पर्यटकों को काशी का एहसास भी होगा। अंदर और बाहर दोनों तरफ बनारस के घाटों और मंदिरों की छटा दिखेंगी.

विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी

वाराणसी में विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए दुनिया के तीसरे पब्लिक रोपवे ट्रासंपोर्ट का काम शुरू हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को इसकी आधारशिला रखी थी। कैंट से गोदौलिया तक पांच रोपवे स्टेशन बनाए जाएंगे। सभी जगहों पर पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। एक से दूसरे स्टेशन तक पर्यटकों को पहुंचाने के लिए गंडोला का इस्तेमाल किया जाएगा, जो पुरी तरह से सुरक्षित और आरामदायक होगा। एक गंडोला में दस सीटें होंगी। कैंट से गोदौलिया तक कुल 153 गंडोला रन करेंगे.

644 करोड़ रुपये खर्च होंगे

कैंट से गोदौलिया तक विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए 644 करोड़ रुपये खर्च होंगे। भविष्य में कैंट से नमो घाट और रथयात्रा से लंका होते हुए रामनगर तक के लिए भी कार्ययोजना पर काम शुरू हो गया है। फिजिबिलिटी चेक व सर्वे करने के बाद कंपनी की ओर से इसका प्रस्ताव भी शासन को भेजा जाएगा। तीनों फेज में कुल मिलाकर रोपवे योजना पर करीब 3000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.

कैंट से नमो घाट तक 920 करोड़ का खर्च

कैंट स्टेशन से वाया सिटी स्टेशन होते हुए नमो घाट तक साढ़े 5 किलोमीटर के लिए करीब 920 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा तीसरे फेज यानी रथयात्रा से लंका होते हुए रामनगर तक के साढ़े 6 किलोमीटर के सफर पर 1400 करोड़ रुपये खर्च आ सकता है। रथयात्रा से रामनगर तक के इस योजना में पर्यटक करीब 150 फीट की ऊंचाई से गंगा का अद्भुत नजारा देख पाएंगे.

आस्था और टेक्नोलॉजी का संगम

वाराणसी में कैंट स्टेशन गोदौलिया तक प्रस्तावित रोपवे योजना में आस्था और टेक्नोलॉजी का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। रोपवे का गंडोला पर्यटकों को काशी का एहसास कराएगी। इसके लिए गंडोला के अंदर और बाहर दोनों तरह बनारस के घाटों और मंदिरों की छटा दिखेंगी। गंडोला का निर्माण भी शुरू हो गया है। अब 80 से अधिक गंडोला तैयार हो चुका है।

नंबर गेम

-150 फीट पर से गुजरेगा रोपवे का गंडोला

-153 गंडोला कैंट से गौदोलिया तक रन करेंगे

-15 मिनट में तय होगा कैंट से गौदोलिया तक सफर

-5 रोपवे स्टेशन बनेंगे पहले चरण में

-24 मार्च को पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला

रोपवे के लिए शिफ्ंिटग का काम शुरू

रोपवे प्रोजेक्ट के बीच में आने वाले पोल, सीवर व मकान की शिफ्ंिटग का काम शुरू हो गया है। वाराणसी विकास प्राधिकरण की देखरेख में पीडल्ब्यूडी, नगर निगम, बिजली विभाग, सिंचाई विभाग, जलकल विभाग ने अपना काम शुरू कर दिया है। एक महीने के अंदर 31 करोड़ रुपये से शिफ्ंिटग का काम पूरा करने का लक्ष्य है।

रोपवे के लिए यूटिलिटी शिफ्ंिटग का काम शुरू हो गया है। तय समय में रोपवे प्रोजेक्ट का काम पूरा करने का लक्ष्य है। इसके अलावा दूसरे और तीसरे फेज के लिए कंपनी के अफसर संभावना तलाश रहे हैं, लेकिन उस पर अभी कोई फाइनल मुहर नहीं लगी है.

कौशल राज शर्मा, कमिश्नर

Posted By: Inextlive