प्रदेश सरकार की ओर से बाहर के राज्यों से आने वाले कांवरियों के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव की रिपोर्ट अनिवार्य करने की मंशा के बाद काशी में कांवर यात्रा को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति बन रही है। कांवर यात्रा के साथ प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर भी काफी गंभीर है। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा इस बाबत स्पष्ट निर्देश है कि पारंपरिक कांवर यात्रा कोरोना प्रोटाकाल का पालन करते हुए ही पूरी हो। इस बाबत उन्होंने अधिकारियों को निर्देशितकिया है कि दूसरे राज्यों से आने वाले कांवर यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता पर विचार कर दिशा-निर्देश जारी किया जाए। वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने कांवर यात्रा पर नोटिस जारी कर संशय को और भी गहरा कर दिया है।

ऐसे तो बढ़ सकती है परेशानी

दरअसल काशी आने वाले कांवरिए प्रदेशों के बाहरी हिस्सों से ट्रेन से भी आते हैं। ऐसे में मामला लंबा खींचा तो ट्रेन की टिकट कराकर यात्रा करने वाले कांवडि़यों को 25 जुलाई से शुरू यात्रा को लेकर संकट का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कांवर यात्रा शुरू होने में मात्र दस दिनों का ही समय शेष है। ऐसे में बाबा दरबार में हाजिरी लगाने की मंशा लिए कांवरियों को इस बार मौसम और वायरस ही नहीं प्रदेश सरकार के नियम कायदों से भी जूझना पड़ेगा।

Posted By: Inextlive