-पुलिस कमिश्नर ने किया सारनाथ थाने का वार्षिक निरीक्षण

-निरीक्षण के दौरान पाई गई कई कमियां

-नाराजगी जताते हुए प्रभारी निरीक्षक को कर दिया गया लाइन हाजिर

04 घंटे तक चला वार्षिक निरीक्षण

पुलिस कमिश्नर के वार्षिक निरीक्षण के दौरान सारनाथ थाना फेल हो गया। हर स्तर पर यहां कमी पाई गई, यहां तक के अपराधियों पर निगरानी से लेकर घटनाओं के खुलासे और रिकवरी भी न के बराबर रही या यूं कहें कि यहां कमियों की पोटरी खुल गई। चार घंटे तक चले वार्षिक निरीक्षण के दौरान एक, दो नहीं बल्की कई कमियां सामने आई, जिससे नाराज पुलिस कमिश्नर ने प्रभारी निरीक्षक को तत्काल प्रभार से लाइन हाजिर कर दिया। उनके स्थान पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर मुख्यालय एवं अपराध के वाचक रहे एसआई को सारनाथ थाने का चार्ज भी दे दिया गया।

पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश शुक्रवार को सारनाथ थाने पर 10:30 बजे पहुंच गए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना परिसर की साफ-सफाई को देखा, जहां वे संतुष्ट दिखे। इसके बाद उन्होंने अभिलेखों का अवलोकन करना शुरू किया। निरीक्षण के दौरान थाने स्तर पर कई कमियां पाई गई, जिसपर नाराजगी जताई।

निरीक्षण के मुख्य बिन्दू :

- प्रभारी निरीक्षक का मानव संसाधन प्रबंधन निम्न कोटि का पाया गया।

- घटनाओं के अनावरण का प्रतिशत और रिकवरी ऑफ स्टोलेन प्रोपर्टी का प्रतिशत काफी कम पाया गया।

- पंजीकृत गिरोह, एक्टिव लिस्ट के अपराधियों एवं हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी न के बराबर पाई गई।

- प्रभारी निरीक्षक सारनाथ द्वारा पिछले चार माह में एक बार भी थाने पर नियुक्त कर्मचारियों का सम्मेलन नहीं किया गया और न ही उनके कल्याण के कार्यो में कोई रूची ली गई।

- महिला हेल्प डेस्क का कार्य सन्तोषजनक नहीं पाया गया। प्रभारी निरीक्षक सारनाथ द्वारा महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला आरक्षियों के कार्य एवं प्राप्त शिकायती प्रार्थन पत्रों के निस्तारण की स्थिति एवं रख रखाव के संबंध में एक बार भी समीक्षा नहीं किया गया।

- थाना सारनाथ पर माल मुकदमाती काफी संख्या में लंबित पाये गये इनके निस्तारण में रूची का आभाव मिला।

- फरवरी 2021 के बाद एक बार भी थाने का मासिक निरीक्षण एसएचओ द्वारा नहीं किया गया।

- थाना प्रबन्धन का कार्य निम्न स्तर का तथा अपराध नियंत्रण व अन्वेषण का कार्य असन्तोषजनक पाया गया।

- लंबित विवेचनाओं के निस्तारण की दिशा में सार्थक प्रयास का आभाव मिला।

- ग्राम सुरक्षा समिति, पुलिस पेंशनर एवं ग्राम चौकीदारों की एक भी बैठक प्रभारी निरीक्षक द्वारा नहीं किया गया।

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इस पूरे प्रकरण का दोषी प्रभारी निरीक्षक सारनाथ भूपेश राय को मानते हुए पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश ने उत्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उनके स्थान पर वाचक अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध रहे उप निरीक्षक नागेश कुमार सिंह को सारनाथ थाने की कमान सौंपी है।

Posted By: Inextlive