-यूपी कालेज में छात्रसंघ का चुना गया था उपाध्यक्ष

घोसी सांसद अतुल राय पर दुराचार का मुकदमा दर्ज कराने वाली के युवती के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वाले शिवपुर के सत्यम प्रकाश राय की मौत के बाद उसके साथी भी गहरे सदमे में हैं। सत्यम को नजदीक से जानने वालों का कहना है कि वह जुझारू था। छात्र राजनीति में छात्रों के अधिकारों के लिए सड़क तक संघर्ष किया। अपनी दोस्त के अधिकार और न्याय के लिए उसने अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ी। अन्याय के खिलाफ सोशल मीडिया पर वह व्यवस्था पर हमलावर रहा।

सत्यम प्रकाश राय भी राजनीति में आकर लोगों की सेवा करना चाहता था। सत्यम यूपी कॉलेज का छात्र था। वह साल 2013 में छात्रसंघ का उपाध्यक्ष चुना गया था। उसने यूपी कॉलेज से दुराचार पीडि़ता को भी छात्र राजनीति की राह दिखाई। वर्ष 2015 में महामंत्री पद पर चुनाव में छात्रा उतरी तो सत्यम उसके साथ था। हालांकि वह चुनाव हार गई थी।

मई 2019 से छोड़ दिया था घर

बलिया की युवती ने एक मई 2019 को घोसी से सांसद अतुल राय के खिलाफ लंका थाने में दुराचार का मुकदमा दर्ज कराया था। उसका हर कदम पर साथ देने के लिए सत्यम प्रकाश राय ने भी अपना घर छोड़ दिया था। पीडि़ता को जब भी अपनी बात कहनी होती थी, वह सत्यम के फेसबुक अकाउंट का सहारा लेती थी। अंतिम समय में सत्यम के फेसबुक अकाउंट से वह लाइव हुई। सुप्रीम कोर्ट के सामने दोनों ने साथ आत्मदाह किया और अब युवक की मौत हो गई। जबकि युवती की हालत गंभीर बनी हुई है।

पुलिस से रिटायर हैं पिता

सत्यम के पिता इन्द्रबली राय पुलिस में सेवारत रहे। वह वाराणसी में रहते हैं। परिवार के लोगों का कहना है कि तीन वर्ष पहले चचेरे दादा का निधन हुआ तभी वह घर पर आया था। सत्यम प्रकाश राय मूलत: गाजीपुर के भांवरकोल थाना क्षेत्र के सियाड़ी गांव का रहने वाला था।

शिवपुर स्थित घर पर पसरा था सियापा

सत्यम की मौत के बाद शिवपुर स्थित उसके घर पर सियापा पसरा हुआ था। घर के लोग किसी से बात करने को तैयार न थे। हां, पिता जरूर रुआंसे गले से लोगों से एक-दो बात कर भीतर चले गये।

Posted By: Inextlive