सिटी के कई एरिया प्रभावित जिम्मेदार भी नहीं दे रहे ध्यान मोहल्लों में सीवर का पानी भरा रहता है या फिर घरों में घुस जाता है


वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी का सीवर सिस्टम टेप और ट्यूब के भरोसे है। पाइप फटने पर ठेकेदार अधिकतर जगह टेप मरवा देते है, जिससे दो से तीन माह बाद फिर से ओवरफ्लो की समस्या हो जाती है। इस कारण मोहल्लों में सीवर का पानी भरा रहता है या फिर घरों में घुस जाता है। अगर टेप की जगह पाइप बदल दें तो सीवर की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है, पर ठेकेदारों द्वारा ऐसा नहीं किया जाता। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने कई वार्डों में पड़ताल की तो पाइप पर टेप चिपकाने का मामला सामने आया।

भदैनी में गड़बड़ी

भदैनी निवासी अंकुर कुमार के मकान के नीचे पिछले कर्ई महीनों से सीवर का पाइप फटा है। पाइप फटने से जलकल की पाइप सड़ गई। इसके चलते सीवरयुक्त पानी गली में बह रहा है और नलों से भी आ रहा है। जलकल में शिकायत करने पर ठेकेदार सतही तौर पर टेप चिपकाकर चले गए।

ट्यूब से बांधा

अवधगर्वी में फटे सीवर पाइप को टयूब को काटकर लपेट दिया गया है। इसके बाद ऊपर से धागा बांधकर टाइट कर दिया गया है। इस तरीके से जलकल के ठेकेदार सीवर की समस्या दूर रहे है। पब्लिक के पूछने पर कहते है कि जलकल में सामान नहीं है।

12 जेई संभाल रहे सीवरेज सिस्टम

जलकल विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का कहना है कि 2016 के पहले 4 जेई के जिम्मे सीवर सिस्टम था। अब 12 जेई होने के बाद भी शहर का सीवर सिस्टम बदहाल है। इसकी सबसे बड़ी वजह ठेकेदारों का ठीक से काम न करना है।

भदैनी में घर के नीचे ही पाइप फटी है। जलकल के ठेकेदार ने टेप मारकर ऐसे ही छोड़ दिया है। इससे समस्या और भी बढ़ गयी है.

अंकुर राय, भदैनी

टयूब से बांधने पर बार-बार खुल जाता है। इसके चलते और भी दिक्कत होती है। पक्का काम करें तो शहर में सीवर की समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है.

राजेश यादव चल्लू, शिवाला

सोनारपुरा में सीवर की समस्या काफी है। कई बार जलकल के कर्मचारी आते है। मरम्मत के नाम पर टेप मारकर चले जाते हैं.

चल्ला सुब्बाराव शास्त्री, सोनारपुरा

सीवर की सफाई हो या फिर मरम्मत। सभी को ठेके सिस्टम से दुरुस्त किया जाता है। रुटीन वर्क के लिए भी ठेके पर काम दिया जाता है। सभी को गुणवत्ता के अनुसार काम कराने के निर्देश हैं।

विजय नारायण मौर्य, जीएम जलकल

Posted By: Inextlive