- नये एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने संभाला कार्यभार

- मातहतों को नसीहत, नहीं बर्दाश्त करेंगे करप्शन

VARANASI

अभी मेरी कोई प्लानिंग नहीं है पर मैं भरोसा दिलाता हूं कि जल्द ही वाराणसी में क्राइम भी कंट्रोल होगा और पुलिस की इमेज भी सुधरेगी। यही मेरी पहली प्राथमिकता है। इसके लिए मैं पूरी कोशिश करूंगा। वाराणसी मेरे लिए नया शहर नहीं है क्योंकि मैं यहां पर सीओ भेलूपुर रह चुका हूं। कई बार परीक्षाएं देने भी यहां आना पड़ा है। अब नये नजरिए के साथ इस शहर में काम करने का मौका मिला है। यह कहना है वाराणसी के नये एसएसपी प्रभाकर चौधरी का जो रविवार को कार्यभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

कमांडो के तेवर में कमी नहीं

एनएसजी कमांडो रह चुके प्रभाकर चौधरी पर भरोसा जताते हुए राज्य सरकार ने वाराणसी की कमान सौंपी है। इससे पहले भी उनको संकटमोचक के तौर पर मथुरा, बुलंदशहर और सोनभद्र जैसे जिलों की कमान सौंपी जा चुकी है। सन् 2010 बैच के आईपीएस प्रभाकर चौधरी अब तक दस से ज्यादा जिलों के पुलिस कप्तान रह चुके हैं और उनकी छवि बेहद सख्त बताई जाती है। वाराणसी आने के बाद भी उनके ये तेवर बरकरार दिखे। उन्होंने मातहतों को यह संदेश दे डाला कि वे पूरे पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ काम करें। करप्शन की शिकायतों पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा। खासतौर पर हाईवे पर वसूली और पासपोर्ट वैरीफिकेशन जैसे कामों के लिए घूस लेने वालों पर सख्त एक्शन होगा। थानों पर बरसों से तैनात कारखास भी अब हटाए जाएंगे।

ट्रैफिक पसंदीदा विषय

शहर में ट्रैफिक की समस्या पर सवाल पूछे जाने पर प्रभाकर चौधरी ने कहा कि ट्रैफिक मेरा पसंदीदा विषय रहा है और यहां भी कई सुधार किए जाएंगे। वहीं अतिक्रमण पर बोले कि यह काम केवल पुलिस का नहीं बल्कि कई एजेंसियों का है। पुलिस केवल इसका एक अहम हिस्सा है। महिलाओं की सुरक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि इस बारे में संवेदनशीलता बरतनी होगी। ह्यूमन ट्रैफिकिंग की समस्या को भी खत्म करने का प्रयास किया जाएगा।

फिर क्यों लगाते हैं जुगाड़

पुलिसकर्मियों पर बढ़ते वर्कलोड पर एसएसपी ने कहा कि नौकरी में आने से पहले सबको यह पता होता है कि पुलिस का काम चौबीस घंटे का है। फिर भी मैं यह मानता हूं कि पुलिसकर्मियों को छुट्टी भी मिलनी चाहिए। यदि थानेदार वर्कलोड से परेशान हैं तो थाना पाने के लिए जुगाड़ क्यों लगाते हैं। इसका मतलब है कि वे चैलेंज को स्वीकार करने को तैयार हैं तो फिर शिकायत किस बात की।

कई चुनौतियों से हाेगा सामना

नये एसएसपी के लिए आगे की राह आसान नहीं है और इसका आभास उनको मीडिया से बातचीत के दौरान ही हो गया। ठेकेदार नितेश सिंह हत्याकांड से लेकर तमाम अनसुलझी वारदातों और दीपावली के दौरान सराफा व्यापारियों को बदमाशों द्वारा निशाना बनाए जाने के कई मामलों का खुलासा अभी बाकी है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से सबकी नजरें वाराणसी के लॉ एंड आर्डर पर रहती है। जल्द ही अयोध्या मामले में आने वाले संभावित फैसले में शहर में शांति-व्यवस्था बनाए रखना उनके लिए पहली चुनौती साबित होगा।

Posted By: Inextlive